भारतीय क्रिकेट जसप्रीत बुमराह ने टेस्ट फॉर्मेट में कप्तानी का दावा ठोका
मुंबई :- आईपीएल में मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच एक लीग मैच खेला जा रहा था. मुंबई ने इस मैच में 19 साल के एक युवा गेंदबाज को डेब्यू का मौका दिया. मैच के चौथे ओवर में कप्तान रिकी पोंटिंग ने इस गेंदबाज को गेंद थमा दी. और सामने खड़ा था इस जैनरेशन का सबसे बड़ा बल्लेबाज विराट कोहली. विराट ने इस लड़के की पहली 4 गेदों में से 3 को बाउंड्री पार भेजा. लेकिन अगली ही गेंद इस गेंदबाज ने सीधी कोहली के पैड्स पर मारी. गेंद टप्पा खाकर शार्प इनस्विंग हुई और इसका जवाब कोहली के पास भी नहीं था. अंपायर ने उंगली उठा दी और कोहली आउट होकर वापस लौट गए. कोहली को आउट करने से पहले ये बॉलर सिर्फ अपने अजीब से एक्शन के चलते ही चर्चाओं में बना हुआ था. लेकिन रातों-रात इस बॉलर का नाम हर किसी के जुबान पर था.
उस सीजन इस गेंदबाज को खेलने के लिए सिर्फ 2 ही मुकाबले मिल पाए थे. लेकिन आज वही गेंदबाज मुंबई के लिए 100 से ऊपर मैच खेल चुका है और उसके नाम 133 विकेट हैं. चीजें बदल चुकी हैं. जिस गेंदबाज के एक्शन को सालों पहले काफी अजीब माना जाता था आज हर कोई उसी का फैन है. छोटे-छोटे बच्चे इस एक्शन को कॉपी करने की कोशिश करते हैं. और 19 साल का वो लड़का अब टेस्ट फॉर्मेट में भारत की कप्तानी की दावेदारी ठोक रहा है. बात की जा रही है जसप्रीत बुमराह की. अगर विराट इस जैनरेशन के सबसे बड़े बल्लेबाज माने जाते हैं तो इस बात में भी कोई दो राय नहीं है कि बुमराह इस युग के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं.
बुमराह जैसा कोई नहीं
बुमराह उस लीग के गेंदबाज हैं जिन्हें विकेट लेने के लिए ना तो पिच से मदद की जरूरत पड़ती ना ही कंडीशन्स की. इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में इसका एक बेहतरीन उदाहरण भी देखने को मिला. हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम की पिच तेज गेंदबाजों के लिए कब्र मानी जाती है. जहां फास्ट बॉलर्स को पिच से कुछ भी नहीं मिलता. ना सीम, ना बाउंस और यही वजह है कि पहले स्पैल से ही स्पिनर्स को गेंद थमा दी जाती है. लेकिन इसी पिच पर बुमराह ने टीम इंडिया की कई बार मैच में वापसी कराई. मैच में लगभग सभी विकेट्स स्पिनर्स ने झटके, लेकिन इस बीच सबसे अहम विकेट बुमराह ने अपनी झोली में डाले. और ये कोई निचले क्रम के बल्लेबाज नहीं थे. बुमराह ने जहां पहली पारी में बेन स्टोक्स और रेहान अहमद को आउट किया, वहीं दूसरी पारी में जो रूट और बेन डकेट को वापस भेजा.बुमराह सिर्फ भारतीय गेंदबाजों के लिए ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट के लिए ‘मॉटिवेशन’ हैं. मौजूदा समय में रोहित शर्मा की उम्र 36 साल से ज्यादा हो चुकी है और उनमें बहुत ज्यादा सालों का क्रिकेट अब रह नहीं गया है. ऐसे में क्रिकेट के सबसे टफेस्ट फॉर्मेट यानी कि टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया को जल्द ही एक नए कप्तान की जरूरत पड़ेगी. और बुमराह इस रोल के लिए भी एकदम तैयार ही हैं. साल 2022 में बुमराह ने पहली बार टेस्ट में भारत की कप्तानी की थी. तब उनसे पूछा गया कि क्या वो लंबे रन में कप्तानी के लिए तैयार हैं? इसपर बुमराह ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट खेलना गर्व की बात है और उसमें कप्तानी करना उससे भी ज्यादा गर्व की बात.
चोट से वापसी के बाद हुए ज्यादा खतरनाक
भूलना नहीं चाहिए कि जसप्रीत बुमराह लंबे समय से मैदान से दूर थे. बीच में एक सीरीज के लिए टीम में उनके नाम का ऐलान किया गया था लेकिन वो मैदान में उतरने से पहले ही एक बार फिर टीम से बाहर हो गए थे. इस बात को लेकर बीसीसीआई की सेलेक्शन कमेटी और एनसीए पर काफी सवाल भी उठे थे. आखिरकार उन्होंने 2023 के अगस्त महीने में मैदान में वापसी की. एक साल से ज्यादा के अंतर के बाद वो आयरलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज से वापसी कर रहे थे. इस सीरीज में उन्होंने कप्तानी भी की. इसके बाद उन्होंने एशिया कप खेला। लेकिन भारतीय फैंस अब भी इस आशंका से डरे हुए थे कि बुमराह की असली परीक्षा 2023 वर्ल्ड कप में होगी. बुमराह ने ये टेस्ट भी पास किया और वो सिर्फ 11 मैचों में 20 विकेट झटक ले गए.