मयंक यादव आईपीएल इतिहास में 155 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से 3 गेंदें फेंकी
नई दिल्ली. मयंक यादव अपनी तूफानी गेंदबाजी से कुछ ही दिनों में क्रिकेटजगत में छा गए हैं. आईपीएल में लखनऊ सुपरजायंट्स के लिए खेलने वाले मयंक ने मंगलवार को जिस अंदाज में कैमरन ग्रीन के डंडे उड़ाए, उससे बड़े-बड़े दिग्गजों के होश उड़ गए हैं. भारतीय क्रिकेट फैंस उन्हें जल्दी से जल्दी टीम इंडिया से खेलते हुए देखना चाहते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आईपीएल 2024 की सबसे तेज फेंकने वाले मयंक घरेलू क्रिकेट में किस टीम से खेलते हैं. मयंक यादव आईपीएल इतिहास में एकमात्र गेंदबाज हैं, जिन्होंने 155 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से 3 गेंदें फेंकी हैं. वह भी आईपीएल में डेब्यू करने के 3 दिन के भीतर. यही कारण है कि भारतीय क्रिकेट फैंस इस पेसर के दीवाने हो गए हैं. बिहार के इस क्रिकेटर के गृहजिले सुपौल में तो जश्न का माहौल है. हालांकि, मयंक यादव खुद को दिल्ली के ज्यादा करीब पाते हैं.
मयंक यादव घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए खेलते हैं. उनका दिल्ली की टीम में चुने जाने की कहानी भी दिलचस्प है. दरअसल, मयंक के पिता प्रभु यादव दिल्ली की एक फैक्ट्री में काम करते हैं. इसलिए मयंक की पढ़ाई-लिखाई दिल्ली में ही हुई. क्रिकेट का ककहरा भी उन्होंने यहीं के सोनेट क्लब में सीखा. उनके शुरुआती कोच तारक सिन्हा थे, जिन्होंने शिखर धवन से लेकर ऋषभ पंत को आगे बढ़ाया.सोनेट क्लब के देवेंदर शर्मा ने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से बातचीत मयंक के दिल्ली से खेलने का दिलचस्प किस्सा बताया. उन्होंने बताया कि साल 2020 में मयंक दिल्ली की टीम में जगह नहीं बना सके थे. इसके बावजूद उन्होंने सर्विसेज का ऑफर ठुकरा दिया था. मयंक के हवाले से भी इंडियन एक्सप्रेस लिखता है, ‘मैंने सर्विसेज की टीम के लिए ट्रायल में हिस्सा लिया. मैंने ट्रायल्स में अपनी 50 फीसदी ताकत ही लगाई और तीन-चार बाउंसर फेंकी. थोड़ी ही देर में ट्रायल्स के लिए आए अधिकारी ने बताया कि मुझे चुन लिया गया है. लेकिन मैं दिल्ली से खेलना चाहता था. मैं तुरंत कोच (तारक सिन्हा) के पास भागा और बोला कि सर मैं दिल्ली का लड़का हूं और यहीं से खेलना था.’
बाद की कहानी बात सबको पता है. मयंक 2021 में दिल्ली की टीम के लिए चुन लिए गए. उन्होंने शिखर धवन की कप्तानी में अपना पहला लिस्ट ए मैच खेला. लेकिन अफसोस कि मयंक का डेब्यू देखने के लिए कोच तारक सिन्हा साथ नहीं थे. उनका कुछ महीने पहले ही कोविड के कारण निधन हो चुका था.