दिव्यांग बच्चों के चिन्हांकन के लिए शिक्षकों-पालकों को मिला प्रशिक्षण
कांकेर । कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के निर्देशानुसार समग्र शिक्षा समावेशी शिक्षा के तहत् जिले के 21 प्रकार के दिव्यांग बच्चों का चिन्हांकित हेतु शालाओं के प्राचार्य, व्याख्याता, प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के प्रधान अध्यापक एवं पालकों के लिए जिला स्तरीय क्षमता निर्माण उन्मुखीकरण कार्यशाला जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान कांकेर में आयोजन किया गया।
जिला परियोजना अधिकारी ने बताया कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को शासन के विभिन्न योजनाओं का लाभ देने, शालाओं में अपने सहपाठियों के साथ एक समान अवसर प्रदान करने के लिए प्रेरित करना व शिक्षकों, पालकों, सहपाठियों के बीच शालाओं में बिना किसी भेदभाव के क्षमता निर्माण करना है।
इसके अलावा सामान्य बच्चों के साथ दिव्यांग बच्चों का अध्यापन पीयर ग्रुप बनाकर आवश्यक सहयोग प्रदान करना, दिव्यांगजन अधिनियम 2016 एक्ट के तहत 21 प्रकार के दिव्यांगता का चिन्हांकन करने दिव्यांगता की जानकारी दी गई। इसी तरह गृह आधारित शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों के पालकां को दैनिक जीवन क्रियाकलाप, स्पीच, फिजियों थैरेपी के बारे में बताया गया।