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स्वावलंबी भारत अभियान युवाओं को स्व-रोजगार, कौशल प्रदान करने वाला मुहिम- केशव दुबोलिया

बलौदाबाजार ।  संकल्प स्वयं सेवा समिति के द्वारा आयोजित स्वालंबी भारत अभियान एक राष्ट्रीय मुहिम संगोष्ठी का आयोजन किया गया था। उक्त संगोष्ठी में स्वांवलंबी भारत अभियान के मध्य क्षेत्र क्षेत्रीय संगठक एवं समन्वयक केशव दुबोलिया (भोपाल), छ.ग. प्रदेश संमन्वयक जगदीश पटेल, सह समन्वयक सुमन मुथा, प्रान्त कोष प्रमुख मौजी भाई पटेल, क्षेत्रिय अधिकारी सुधीर दाते, प्रदेश संघर्ष प्रमुख दिनेश पाटिल, प्रान्त सह समन्वक संजय चौबे आदि जुड़े हुए थे। सर्व प्रथम संगोष्ठी के आरंभ में संकल्प के प्रदेश सह संयोजक तुलेश्वर सेन द्वारा गायत्री मंत्र का पाठ कर कार्यक्रम का आरंभ किया गया। जिसके पश्चात स्वावलंबी भारत अभियान के प्रान्त कार्यालय प्रमुख दिग्वीजय भाकरे द्वारा उपस्थित अतिथियों का परिचय करवाया गया। क्षेत्रिय अधिकारी के रूप में जुड़े सुधीर दाते जी ने सबसे पहले बताया कि स्वावलंबी भारत अभियान 1990 में हमारे देश में आर्थिक संकट के समय विचार में आया था जब देश की अर्थ व्यवस्था अपने नाजूक हालात में थे। तब दत्तोपंत ठेंगड़ी जी प्रयास किया गया। वर्तमान में हमारा देश में युवा शक्ति सबसे ज्यादा है, चीन आज दूसरे नंबर पर है। विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले 20 से भी ज्यादा संगठनों का संयुक्त मुहिम के रूप में स्वदेशी जागरण मंच विगत दिसम्बर 2022 से कार्य कर रहा है। वर्तमान में 6 प्रतिशत सरकारी नौकरी के साथ ही यदि समस्त प्रकार के नीजी, कम्पनी और व्यवसाय को जोडक़र रोजगार की बात करें तो आज कुल युवा आबादी के मात्र 13 प्रतिशत युवाओं के लिए ही रोजगार दिलाया जा सकता है। देश के 87 प्रतिशत युवाओं के सामने आज रोजगार की समस्या उपलब्ध हो चूकी है। ऐसे में हमें युवाओं को स्व-रोजागार के ओर मोडऩा और उन्हे मार्गदर्शन देना अति आवश्यक हो गया है। मोटर मेकेनिक, बिजली मेकेनिक, कारपेन्टर, मिस्त्री, छोटे छोटे उद्योग, कम्पनियॉ, स्वयं के व्यवसाय आज बहुत ही बड़े विकल्प के रूप में हमारे सामने है। हमारा देश इतिहास में एक समय आर्थिक महाशक्ति हुआ करता था जिस ढाचें को विभिन्न आक्रांताओं ने धरासायी कर दिया। क्या उस समय सरकारी नौकरी थी, नहीं तब हमारे देश में छोटे, बड़े व्यवसाय, स्वयं के कार्य, स्व रोजगार की एक मजबूत चैन थी बस उसी चैन को हमको फिर से खड़ा करने की आवश्यकता है और यह कार्य जिला स्तरीय स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र के माध्यम से हम पूर्ण करने का भरसक प्रयास करेंगें। क्षेत्रीय संगठन केशव दुबोलिया जी द्वारा बताया गया कि स्वावलंबी भारत अभियान की स्थापना बेरोजगारी मुक्त और रोजगार युक्त समर्थ भारत के कल्पना के साथ किया गया। नौकरी का मतलब केवल सरकारी नौकरी ही नहीं होती यह आज समझाने की आवश्यकता है। देश भर में उद्यमिता प्रोत्साहन एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम विभिन्न संगठनों के द्वारा आज करवाया जा रहा है जरूरत है तो युवाओं को इससे जोडऩे की। छत्तीसगढ़ में स्व रोजगार के बहुत अवसर है। युवाओं को स्वरोजगार हेतु शासकीय योजनाओं का लाभ आज नहीं मिल रहा है। विभिन्न कौशल प्रशिक्षण केन्द्रों से युवाओं को जोडऩा, स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र के माध्यम से सरकारी योजनाओं की जानकारी दिवालाना, बैंकों के द्वारा स्वरोजगार हेतु युवाओं को ऋण एवं आर्थिक मदद दिलवाना। कौशल प्रशिक्षण केन्द्रों, स्वरोजगार करने वालों आदि को जोडऩे का काम स्वालवंबी भारत अभियानके अंतर्गत किया जाना है। आज देश के युवाओं में किसी अन्य के नीचे नौकरी करने की नहीं स्वयं अपने साथ लोगों को नौकरी देने की संकल्पना पर काम हो रहा है। देश के युवाओं को रोजगार मुलक प्रशिक्षण, कौशल की जानकारी, सरकारी योजनाओं और बैंक से लोन दिलवाने मे बड़े स्तर पर हम काम कर पा रहें है। संगोष्ठी में बिलासपुर से सुमन श्रीवास, कांकेर से गौरव जी, दिव्यांगनों के लिए आंकांक्षा जी, कलकत्ता से जूड़े इन्द्रजीतकांत ठाकुर सहित कई सदस्यों द्वारा सवाल पुछे गये जिसका जवाब स्वालंबी भारत अभियान के पदाधिकारियों द्वारा दिया गया।
स्व-रोजगार मार्गदर्शन केन्द्र क्या है ?
छत्तीसगढ़ के प्रदेश भर के 33 जिला मुख्यालयों में अभियान के तहत स्व-रोजगार मार्गदर्शन केन्द्रों की स्थापना की जायेगी। जिसमें जिले के विभिन्न सरकारी विभागों में रोजगार एवं स्वरोजगार के संबंध में योजनाओं की जानकारी उपलब्ध रहेगी। जिला में चलने वाली विभिन्न कौशल आधारित प्रशिक्षण केन्द्रों के बारे में जानकारी केन्द्र में संकलित किया जायेगा। विभिन्न बड़े एवं छोटे उद्योग केन्द्र में रोजगार के अवसरोंं के बारे में जानकारी केन्द्र में रखना है। जिले के विभिन्न बैंक ब्रांच में स्वरोजगार हेतु संभव उपलब्ध ऋण के प्रक्रिया एवं जानकारी उपलब्ध करवाया जायेगा। इसके लिए जिले भर से 11 सक्रिय लोगों की टीम बनायी जायेगी जो उक्त जानकारी एकत्रित करेंगें साथ ही नियमित रूप से सरकारी कार्यालयों, बैंक, छोटे-बड़े उद्योग केन्द्रों, कौशल प्रशिक्षण केन्द्रों में संपर्क करते हुए जानकारी एकत्र करके उन्हें स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र में संकलित एवं अपडेट करने का कार्य किया जायेगा।
द्व4ह्यड्ढड्ड साइट क्या है और कैसे काम करता है ?
स्वावलंबी भारत अभियान के द्वारा देश भर के बेरोजगार युवाओं और स्वरोजगार करने वाले छोटे बड़े उद्योग जो अच्छे कौशल युक्त युवाओं की तलाश में रहते है उन्हें आपस में जोडऩे वाला एक मंच है। जिसमें देश भर के बेरोजगार युवा अपना पंजीयन रोजगार की तलाश एवं कौशल प्रशिक्षण के लिए करते है। इसी साइट में दूसरी ओर छोटे बड़े रोजगार, स्वरोजगार, कम्पनीयों का भी पंजीयन होता है, इन कंपनी में उपलब्ध रोजगार के अधार पर पर बेरोजगार युवओं में से छटनी करके उन्हें साइट के माध्यम से मेसेज जाता है। जिससे उन्हें रोजगार उपलबध होने की संभावना बढ़ जाती है। साथ ही स्वरोजगार करने वाले युवाओं का भी पंजीयन इस साईट में होता है जिससे के साथ ही उनके रोजगार को और कैसे अधिक बढ़ाया जा सकता है उन्हें कैसे अधिक फायदेमंद हो यह जानकारी भी इस साइट के माध्यम से मिलत है। आज हजारों युवा इसमें वालिंटियर्स बनकर बेरोजगार युवाओं और रोजगार उपलब्ध करवाने वाली संस्थाओं को पंजीयन करने का कार्य कर रहें है।

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