अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष दीनानाथ साहू को कुरुक्षेत्र हरियाणा में मिला नास्तेद्रमस अवार्ड
नगरी। ज्योतिष के क्षेत्र में यूरोप महाद्वीप का एक्सिलेंस अवार्ड से सम्मानित अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिषाचार्य श्री दीनानाथ साहू को 22 सितंबर 2024 को हरियाणा ज्योतिष परिषद एवं पंचतत्त्व फ़ाउंडेशन के चेयरमेन मीनाकुमारी जी द्वारा एक दिवसीय आयोजित चतुर्थ अखिल भारतीय राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन एवं सेमिनार का आयोजन हरियाणा कुरुक्षेत्र के पाल प्लाज़ा बैंकेट हाल में साहू के मुख्य आतिथ्य एवं हरियाणा सरकार के नगरीय निकाय मंत्री माननीय सुभाष सुधा के विशेष आतिथ्य में सफलता पूर्वक आयोजन संपन्न हुआ।
दीप प्रज्ज्वलित करके बतौर मुख्य अतिथि साहू एवं विशेष अतिथि माननीय मंत्री ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।, देश के विभिन्न राज्यो से आये सभी विद्वान -विदुषी महिला ज्योतिषियों ने ज्योतिष के विभिन्न विधा जैसे हस्त रेखा , लाल किताब , नाड़ी ज्योतिष , वैदिक ज्योतिष ,अंक ज्योतिष , हस्ताक्षर ज्योतिष ,टैरो रीडिंग , विवाह हिलिंग ,वास्तुशास्त्र, तंत्र मंत्र यंत्र ,पर विस्तार से ज्योतिषीय सूत्रों की सभी ने महत्व पूर्ण तरीक़े से सूत्रों की व्याख्या की ।
सम्मेलन में आये विद्वान विदुषियों ज्योतिषियों को बतौर मुख्यअतिथि श्री साहू के कर कमलों से सभी ज्योतिषियों को यथोचित अवार्ड एवं स्मृति चिन्ह दिया गया ।
अंत में मुख्य अतिथि संबोधन में श्री साहू ने अपने ज्योतिष के अलग अलग क्षेत्रों अंक ज्योतिष , वास्तु या कुंडली कौन महत्व पूर्ण , वैदिक ज्योतिष में दांत का कारक ग्रह मंगल या बुध , लाल किताब के उपाय कुत्ता पालना कितना उचित या अनुचित , कुंडलिनी जागृत सप्त चक्र , मेडिकल एस्ट्रोलॉजी के अंतर्गत राहु का भोग अलसी के बीज ज्योतिष उपाय के अन्तर्गत ,खाने के फ़ायदे, विवाह में कुंडली मिलान का आज के बदलते परिवेश में कितना औचित्य , ऊर्जा आधारित वास्तु व्याख्या किया ।
और अपनी नवीनतम रिसर्च , जो पूरे विश्व और चिकित्सा के क्षेत्र तथा ज्योतिष जगत में आज सर्वाधिक चर्चा का विषय बना हुआ है उसका कारण है इसमें व्यक्ति की मात्र केवल कुंडली देखकर ऐसी ऐसी गंभीर बीमारी जिसका आज के मॉर्डन मेडिकल साइंस के पास कोई समुचित इलाज नहीं है ,ऐसी गंभीर बीमारियों का श्री साहू के ज्योतिषिय शोध गंभीर एवं लाइलाज बीमारियों , मोटापा का कुंडली देखकर सफल इलाज का अपना नवीनतम शोध प्रामाणिक आधार पर किया , जिसे सम्मेलन में आये विशेष अतिथि माननीय मंत्री जी समेत सभी विद्वान और विदुषीयो ने काफ़ी सराहा एवं भरपूर प्रतिषाद दिया ।
अंत में साहू को उनके जीवन में ज्योतिष के क्षेत्र में किए गये रिसर्चों और सटीक भविष्य वाणियों के लिए उन्हें आधुनिक विश्व के सबसे बड़े भविष्य वक्ता फ़्रांस के नास्तेद्रामस के नाम से श्री साहू को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर भारतीय ज्योतिष का नास्तेद्रमस अवार्ड से सम्मानित किया ।
ज्ञातव्य है श्री साहू ने बताया कि वे शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय रायपुर से भौतिक विज्ञान में मास्टर्स डिग्री एवं अंतरिक्ष विज्ञान में स्पेशलाइजेशन तक शिक्षा होने के कारण ज्योतिष के गूढ़ रहस्यों को प्रामाणिकता के आधार पर , आज के आधुनिक विज्ञान के समकक्ष सिद्ध करने में सहायता मिलती है ।
दीनानाथ साहू जी की प्रारंभिक शिक्षा प्रायोगिक शाला नगरी से हुई है । उनकी इस उपलब्धि पर नगरी क्षेत्र वाशियो ,साहू समाज ने प्रसन्नता बधाई प्रेषित किए है। लोमश साहू,श्रीमती हर्ष लता साहू,पदूम साहू,लोचन साहू,हेमंत सोम,भूषण नाग,खिंजन साहू, नंद लाल कश्यप,पप्पू कश्यप, स्नेहिजन में हर्ष व्याप्त है।
सामाजिक क्षेत्रों में भी अग्रणी रहने वाले श्री साहू , साहू समाज राजिम तेलीन माता के भक्त माता कर्मा मंदिर समिति के संरक्षक भी है ।वर्तमान में वे रायपुर में शासकीय स्कूल में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत है।