
रायपुर । रायपुर पुलिस ने ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर ठगी के लिए म्यूल बैंक खाते खोलने और ऑपरेट करने में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी राहुल यादव और काजल यादव देश के अलग-अलग शहरों में ठिकाना बदल-बदलकर साइबर ठगी की रकम का लेनदेन कर रहे थे।
फेसबुक पर हुई दोस्ती, साथ मिलकर की साइबर ठगी
गिरफ्तार आरोपी राहुल यादव की फेसबुक पर काजल यादव से दोस्ती हुई थी। इसके बाद दोनों ने मिलकर म्यूल अकाउंट खोलने, उन्हें ऑपरेट करने और ठगी की रकम इधर-उधर करने का नेटवर्क खड़ा कर लिया।
पुलिस के अनुसार, आरोपी चेन्नई, अहमदाबाद और महाराष्ट्र के जालना जैसे शहरों में लगातार ठिकाने बदलते रहे, ताकि पुलिस की पकड़ से बच सकें।
IG अमरेश मिश्रा की पहल पर बड़ी कार्रवाई
रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने साइबर क्राइम पोर्टल में दर्ज म्यूल बैंक अकाउंट की गहन जांच के निर्देश दिए थे। उन्होंने खाता धारक, संवर्धक, एजेंट, बैंक कर्मी और सिम सप्लायर जैसे सभी संदिग्धों पर कार्यवाही के लिए रेंज साइबर थाना रायपुर को विशेष निर्देश दिए।
कोतवाली थाना में दर्ज था मामला
थाना कोतवाली रायपुर में अपराध क्रमांक 45/25 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111, 3(5) बी एन एस के तहत मामला दर्ज था। पूछताछ और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर दोनों आरोपियों की भूमिका सामने आई। आरोपियों द्वारा ठगी की बड़ी राशि प्राप्त करने और उसे विभिन्न खातों में ट्रांसफर करने की पुष्टि हुई है।
गिरफ्तार आरोपी:
राहुल यादव, पिता रामअवध यादव, उम्र 27 वर्ष, निवासी ग्राम मवाई, थाना खेतासराय, जौनपुर (उत्तर प्रदेश)
काजल यादव, पिता राजाराम यादव, उम्र 28 वर्ष, निवासी सदर वार्ड, भाटापारा, बलौदा बाजार (छत्तीसगढ़)
जेल भेजे गए आरोपी
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। आगे की जांच जारी है, और साइबर ठगी नेटवर्क से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है।
ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत रायपुर पुलिस की यह कार्रवाई साइबर ठगी और म्यूल अकाउंट नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। पुलिस की सख्ती के चलते ऐसे अपराधियों पर शिकंजा कसना अब तेज़ हो गया है।