
नगरी। छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रामविचार नेताम रविवार को दोपहर में जिला धमतरी के ग्राम पंचायत सांकरा के आश्रित ग्राम मसान डबरा पहुंचे।
उन्होंने जो कुछ देखा, उससे वे अभिभूत हो उठे। उन्होंने कहा कि, देशभर में कहीं भी कमार जनजाति के जीवन स्तर को सुधारने के लिए इतने व्यापक और सार्थक कार्य नहीं हो रहे, जितने मसान डबरा में जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा के नेतृत्व में हो रहे हैं।
मंत्री नेताम ने मसान डबरा में कमार जनजाति परिवारों के लिए बनाए जा रहे सर्वसुविधायुक्त पक्के आवासों का अवलोकन किया। उन्होंने न केवल निर्माण की गुणवत्ता को सराहा, बल्कि इस संवेदनशील और उपेक्षित समुदाय के प्रति अरुण सार्वा की प्रतिबद्धता और सेवा भावना को भी असाधारण बताया।
कृषि मंत्री ने विशेष रूप से इस बात की प्रशंसा की कि अरुण सार्वा ने कमार जनजाति के परिवारों के लिए आवासीय सुविधा का जो योजनाबद्ध और धरातलीय कार्य किए हैं, जो आने वाले समय में पूरे प्रदेश और देश के लिए एक आदर्श मॉडल बन सकता है।
उन्होंने ग्राम सांकरा क्षेत्र में अरुण सार्वा द्वारा की जा रही मखाना की खेती के नवाचार को भी सराहा और कहा कि, विविध फसलों की खेती से ग्रामीणों की आय में वृद्धि होगी।
वहीं कमार समाज को आजीविका का स्थायी साधन भी प्राप्त होगा। नेताम ने अरुण सार्वा से आग्रह किया कि वे कमार जनजाति के समग्र विकास के लिए निर्माण, आजीविका, शिक्षा, कृषि और स्वास्थ्य के क्षेत्र में चल रहे और प्रस्तावित कार्यों की एक समेकित परियोजना (प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तत्काल तैयार कर राज्य शासन को भेजें, ताकि तत्काल प्रभाव से राशि स्वीकृत कर इस कार्य को और भी गति दी जा सके। कृषि मंत्री ने आगे कहा कि, अरुण सार्वा जैसे जनप्रतिनिधि अगर प्रत्येक जिले में हों, तो छत्तीसगढ़ की छवि देश में जनजातीय कल्याण के मॉडल राज्य के रूप में स्थापित हो सकती है।