छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री ने खेती में अधिकतम लाभ के लिए तकनीक आधारित कृषि पर दिया जोर
रायपुर । छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रामविचार नेताम आज नई दिल्ली में जागरण समूह द्वारा आयोजित ‘ एग्री पंचायत ‘ कार्यक्रम में शामिल हुए। जहां उन्होंने खेती से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए तकनीक आधारित कृषि पर जोर दिया। इसके अलावा उन्होंने छत्तीसगढ़ की धान खरीदी व खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था को देश के अन्य राज्यों द्वारा भी अपनाए जाने की सलाह दी। कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी भी उपस्थित रहे।
श्री नेताम ने कहा खेती-किसानी ही छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार है। कृषि के क्षेत्र में सम्पन्नता से ही छत्तीसगढ़ विकसित भारत की संकल्पना को पूरा करने में अपना योगदान दे सकेगा।
श्री नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में कृषि के विकास तथा किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की किसान हितैषी सोच के अनुरूप राज्य सरकार द्वारा किसानों की बेहतरी के लिए अनेक योजनायें संचालित की जा रही हैं और आगामी समय में सरकार द्वारा किसानों के हित में और कई नवीन योजनायें शुरू की जाएँगी। कृषि मंत्री ने खेती से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए नवीन अनुसंधानों एवं नवाचारों को अपनाने पर जोर दिया।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश के लाखों किसानों से 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदने की गारंटी को पूरा किया गया है। इसके लिए 32 हजार करोड़ रुपए के समर्थन मूल्य की राशि का भुगतान किसानों के खाते में किया गया, वहीं 24 लाख 75 हजार किसानों को कृषक उन्नति योजना के तहत अंतर की राशि 13 हजार 320 करोड़ रुपए ट्रांसफर किया गया है। वहीं, छत्तीसगढ़ में खरीफ सीजन में रिकॉर्ड 145 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई। इसके अलावा किसानों को दो साल के धान के बकाया बोनस राशि 3 हजार 716 करोड़ रुपए देने जैसे साहसिक निर्णय लिए गए हैं। श्री नेताम ने बताया केंद्र सरकार के सहयोग से छत्तीसगढ़ में मिलेट उत्पादन पर जोर दिया जा रहा है। तकनीक का उपयोग पैदावार बढ़ाने पर किया जा रहा है। वैल्यू एडिशन के माध्यम से किसान आर्थिक रूप से समृद्ध हो रहे हैं।
उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ में धान खरीदी व खाद्यान्न वितरण की बेहतर व्यवस्था है। देश के अन्य राज्यों द्वारा भी अपने यहां इसे अपनाया जा सकता है। कार्यक्रम में कृषि के क्षेत्र में विशेष उपलब्धि के लिए किसानों को सम्मानित भी किया गया। पर्ल फार्मिंग के लिए अशोक मानवानी, डेट्स फार्मिंग के लिए सदुला राम चौधरी, खेती में नवाचार के लिए नरेंद्र सिंह मेहरा व रायपुर छत्तीसगढ़ के वैभव चावड़ा को ड्रैगन फ्रूट फार्मिंग के लिए श्री नेताम के हाथों अवार्ड्स दिए गए।