नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से बुरी खबर सामने आई है। एक अधिकारी ने मंगलवार को जानकारी दी है कि नामीबियाई चीता पवन की कुनो राष्ट्रीय उद्यान के जंगल में मौत हो गई है। चीते की मौत मंगलवार को हुई है। जानकारी के मुताबिक, पवन चीता को झाड़ियों के बीच एक नाले के किनारे बिना किसी हलचल के पड़ा हुआ पाया गया।
अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षण (APCCF) और लायन प्रोजेक्ट के निदेशक उत्तम शर्मा के कार्यालय द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार, नर चीते पवन को मंगलवार सुबह लगभग 10.30 बजे झाड़ियों के बीच एक उफनते नाले के किनारे बिना किसी हलचल के पड़ा हुआ पाया गया है।
अब कूनो में कितने चीते बचे?
इससे पहले कूनो नेशनल पार्क में चीते की मौत की घटना अफ़्रीकी चीते के पांच महीने के शावक गामिनी की 5 अगस्त को मौत के कुछ हफ्ते बाद दर्ज की गई थी। अब नामीबियाई चीते पवन की मौत के बाद कूनो नेशनल पार्क में में 24 चीते बचे हैं, जिनमें 12 वयस्क और इतने ही शावक शामिल हैं।
कैसे हुई मौत?
पवन नाम के चीते को जब अचेत हालत में पाया गया तो पशुचिकित्सकों को सूचित किया गया। बारीकी से निरीक्षण करने पर पता चला कि चीते के शव का अगला हिस्सा सिर सहित पानी के अंदर था। अधिकारियों के मुताबिक, पवन चीते के शरीर पर कहीं भी कोई बाहरी चोट नहीं देखी गई। प्रारंभिक तौर पर मौत का कारण डूबना प्रतीत हो रहा है। आगे की जानकारी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद दी जाएगी।