जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस का बड़ा ऐलान, जल्द ही गठबंधन पर लगेगी मुहर
जम्मू-कश्मीर:- देश में लोक सभा चुनाव होने वाले हैं, बस कुछ ही समय बचा हुआ है. सभी राजनीतिक दलों नें अपनी कमर कस ली है. कांग्रेस ने प्रदेश की क्षेत्रीय पार्टियों के साथ गठबंधन की शुरुआत कर दी है. कांग्रेस दिल्ली में आम आदमी पार्टी की साथ गठबंधन की घोषणा कर चुकी है. हाल ही में, उत्तर प्रदेश में राहुल गाँधी और अखिलेश यादव ने रोड शो भी निकला था. जिसका मतलब साफ है, कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी विपक्षी इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर ही चुनाव लड़ेगी. लेकिन जम्मू कश्मीर को लेकर अभी भी स्थिति साफ नहीं हो पायी है, कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर अपने प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतरेंगी.जम्मू कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष विकार रसूल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आने वाले सप्ताह में सीट बंटवारे को लेकर घोषणा कर दी जायेगी. दरअसल, जम्मू कश्मीर में विपक्षी इंडिया गठबंधन के सभी राजनीतिक दलों में सीट बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है. आगे बात करते हुए, विकार रसूल ने बताया आने वाले संसदीय चुनाव के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ उसके गठबंधन पर मुहर लगाई जाएगी. विकार के अनुसार आगामी संसदीय चुनावों के लिए जम्मू-कश्मीर में फारुक अब्दुल्लाह की अगुवाई वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ गठबंधन करेगी. आने वाले 7 दिनों में इस गठबंधन की घोषणा कर दी जायेगी.
लद्दाख समेत सभी सीटों पर बनी बात
जम्मू कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष विकार रसूल के मुताबिक इंडिया गठबंधन अपनी पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगा. आने वाले कुछ ही दिनों में यहां के लोगों को अच्छी खबर मिलेगी. कांग्रेस, एनसी और पीडीपी ने सीटों का बंटवारा कर लिया है और इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और जम्मू कश्मीर में क्लीन स्वीप हासिल करेंगे. आगे बताते हुए उन्हने कहा कि हर एक पार्टी बता सकती है, कि वह कितनी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. हमारे पास लद्दाख सहित मात्र 6 सीटें हैं. और साथ ही उन्होंने कहा जब गठबंधन होता है, तो अंतिम बातचीत भी होती है, फिर सीटें साझा की जाती हैं. जहां भी एक विशेष पार्टी चुनाव लड़ेगी अन्य पार्टियां वहां पूर्ण समर्थन देंगी.
भाजपा पर बोल हमला
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए विकार ने कहा कि पिछले सात वर्षों से जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं हुए हैं. लोकसभा चुनाव के साथ ही ये चुनाव भी होने चाहिए. उन्होंने कहा भाजपा दावा करती है, कि सुरक्षा कारणों से इन चुनावों में देरी हुई है. हमारी मांग हैं कि लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनाव एक साथ होने चाहिए. उन्होंने कहा यदि संसदीय चुनावों के लिए स्थिति अच्छी है, तो विधानसभा चुनावों के लिए क्यों नहीं? आगे बात करते हुए उन्होंने बताया सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही सितंबर तक विधानसभा चुनाव कराने का आदेश पारित कर दिया है. यदि लोकसभा चुनाव आने वाले महीनों में होने की योजना है, तो सितंबर तक केवल एक या दो महीने ही बचेंगे, फिर दोहरा खर्च क्यों किया जा रहा है. केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा क्या केंद्र सरकार एक साथ चुनाव नहीं कराएगी.