बिलासपुर । न्यायधानी में 55 सालों से शिक्षा के क्षेत्र में सेवा दे रहे बर्जेस स्कूल के इतिहास में नया अध्याय शनिवार को प्रारंभ हो गया। यहां तीन साल तक के बच्चों के लिए प्ले स्कूल व किड्स जोन की शुरूआत की गई। इसमें नर्सरी से केजी टू की भी शिक्षा मिलेगी। कक्षा बारहवीं तक पहले से ही शिक्षा दी जाती है। मुख्य अतिथि चर्च आफ नार्थ इंडिया के मॉडरेटर द मोस्ट रेवरेंड बी. के. नायक इसका उद्घाटन किया। छत्तीसगढ़ डायसिस के मॉडरेटर्स एपीस्कोपल कमीसरी बिशप एस. के. नंदा ने समारोह की अध्यक्षता की। विशेष अतिथि भोपाल डायसिस के बिशप मनोज चरण, सिनड कार्यकारिणी सदस्य राकेश क्षत्रीय व पादरी निवास चोपड़े, डॉ. लाल बहादुर कांबले यूसीएनआईटीए के एमडी, पूर्व सचिव एजुकेशन बोर्ड विल्सन लाल, छत्तीसगढ़ डायसिस के सचिव िनतिन लॉरेंस, उपाध्यक्ष पादरी समीर फ्रेंकलीन व कोषाध्यक्ष व सेक्रेटरी एजुकेशन बोर्ड जयदीप रॉबिंसन ने किड्स जोन की शुरूआत की। भविष्य में वे यहां कालेज की पढ़ाई भी प्रारंभ करने की योजना है। प्ले ग्रुप में मॉन्टेसरी बेस्ड बेस्ट टीचिंग, आइडियल स्टूडेंट व टीचर , 24 बच्चों पर एक टीचर, न्यू अल्ट्रा मॉर्डन लर्निंग टूल्स, एक्सपीरीयेंस्ड एंड स्किल्ड टीचर्स, एयर कंडीशंड क्लास रूम, एक्सीलेंट एंड सेफ प्ले जोन, इडियल एनवायर्मेंट टू नर्चर एंडग्रुप स्किल्स फॉर चाइल्ड, अफोर्डेबल ट्यूशन फी व अत्याधुनिक झूले तथा 15 हजार खिलौने यहां की विशेषता हैं। सबसे पहले 50 एडमिशन लेने वाले बच्चों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
शाला ने प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में आई ए एस , आईपीएस , जज, डॉक्टर , वकील और सफल बिजनेस मेन दिए है वही आज आवश्यकतानुसार शिक्षा के स्वरूप में नर्सरी से बदलाव कर आधुनिक तकनीक से सुसज्जित कक्षाओं का निर्माण किया गया है। ए सी क्लासरूम ,झूले, इंडोर आउट डोर प्ले स्टेशन, आदि शामिल है। स्कूल की शिक्षिका ने स्वागत गीत पेश किया। स्कूल बच्चों ने मार्च पास्ट, नृत्य व सांस्कृतिक कार्यक्रमों से अतिथियों का मन मोहा। इस मौके पर पादरीगण, डायसिस के पदाधिकारी व कार्यकारिणी सदस्य, पास्ट्रेट कोर्ट, पास्ट्रेट कमेटियों, संडे स्कूल, युवा सभा, महिला सभा, क्वायर के प्रतिनिधि शामिल हुए।