कोरबा। एनजीओ में काम दिलाने के साथ ही अच्छी आमदनी का झांसा देकर 12 लाख 34 हजार 900 रुपए की धोखाधड़ी कर ली गई है। मामले की शिकायत पुलिस से की गई है। बताया जा रहा है कि बुधवारी बाजार निवासी ओमप्रकाश चौहान 41 वर्ष अपने निजी काम से अगस्त 2023 में रायपुर गया था।
इस दौरान वहां उसके मित्र गोपाल प्रधान निवासी शंकर नगर रायपुर के परिचित रूपेन्द्र भारती ने बताया कि दीपेश कुमार चंद्राकर एनजीओ का काम करता है और उसके पास एनजीओ का काम आने की जानकारी भी उसने दी। इसके बाद ओमप्रकाश ने दीपेश कुमार संपर्क किया, साथ ही दोनों करीब दो माह तक एक साथ रहे।
इस दौरान ओमप्रकाश ने दीपेश पर भरोसा किया और उसके आश्वासन पर एनजीओ में काम करने को तैयार हो गया। इतना नहीं उसने अपनी कंपनी में छह लाख रुपए लगाकर काम का प्रस्ताव रखा। ओमप्रकाश ने अपने खाते से अलग-अलग तारीख में चार लाख 13 हजार रुपए आनलाइन ट्रांजेक्शन किया और एक लाख रुपए नगद भुगतान किया। इसके बाद और भी रकम आरटीजीएस व फोन-पे के माध्यम से देते रहा।
इस तरह कुल 12 लाख 34 हजार 900 रुपए का भुगतान दीपेश कुमार को कर दिया। राशि लेने के बाद दीपेश ने न तो एनजीओ के संबंध में कोई जानकारी दी गई और न ही ओमप्रकाश को कोई काम दिलाया। संदेह होने पर ओमप्रकाश ने मोबाइल से संपर्क करने का प्रयास किया, पर उसका मोबाइल बंद मिलने लगा।
इस पर ओमप्रकाश उसके द्वारा दिए गए पता पर भिलाई गया, तो वहां भी नहीं मिला। ठगी का आभास होने पर ओमप्रकाश ने सिविल लाइन थाना रामपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया है। धारा 420 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।