बिलासपुर । ठंड का असर दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। बिलासपुर में बुधवार की रात सीजन का सबसे सर्द रात रही। न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
शीतलहर जैसी स्थिति रही। सर्दी के कारण लोग शाम को घर से बाहर निकलने बचते रहे। ज्यादातर लोग गर्म कपड़ों में नजर आए। खेल मैदानों में भी सुबह उपस्थिति कम हो गई है। सूर्योदय के बाद ही जमावड़ा दिखता है।
मौसम वेधशाला के मौसम विज्ञानी डा.एचपी चंद्रा के मुताबिक एक गहरा अवदाब दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है, लगातार उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसके और अधिक प्रबल होकर साइक्लोनिक स्टार्म (चक्रवात फेंगल) के रूप में अगले 12 घंटे में बनने की संभावना है।
उसके बाद इसके लगातार उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए, श्रीलंका तट को छुते हुए तमिलनाडु तट के पास पहुंचने की संभावना है। एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पूर्व ईरान और उसके आसपास 3.1 किलोमीटर से 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
न्यूनतम तापमान में लगातार वृद्धि होने की संभावना
प्रदेश के दक्षिणी भाग में वातावरण के मध्य स्तर पर नमी की आगमन के कारण हल्के बादल छाए हुए हैं तथा न्यूनतम तापमान में लगातार वृद्धि होने की संभावना है। प्रदेश के उत्तरी भाग में न्यूनतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना है।
मौसम शुष्क रहने की संभावना है। सरगुजा संभाग में पड़ रही कड़ाके की ठंड के चलते बिलासपुर संभाग में भी असर महसूस हो रहा है। यहां न्यूनतम तापमान एक सप्ताह से 15 डिग्री सेल्सियस के भीतर बना हुआ है।
29 से छाएंगे आसमान में बादल
मौसम विज्ञानियों का यह भी कहना है कि दक्षिण छत्तीसगढ के जिलों में 29 से बादल छाने की संभावना है । प्रदेश में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में वृद्धि का अनुमान है। ऐसे में बिलासपुर में भी इसका असर हो सकता है। हालांकि इसकी संभावना कम है। ठंड का आलम यह है कि यदि स्थिति ऐसी ही रही तो न्यूनतम तापमान एक नया रिकार्ड बना सकता है।