16 फीसदी महंगा हुआ कच्चा तेल, क्या भारत में सस्ता हुआ पेट्रोल
Business:- बीते एक क्वार्टर में इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत में करीब 16 फीसदी का इजाफा हुआ है. अगर बात भारत के वायदा बाजार की बात करें तो कच्चे तेल की कीमत में 11 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है. उसके बाद भी देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में राहत है. मार्च के महीने में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 2 रुपए प्रति लीटर की कटौती देखने को मिली थी. जानकारों की मानें तो कैलेंडर ईयर की दूसरी तिमाही में कच्चे तेल की कीमतें 95 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती है.
तब तक भारत में लोकसभा चुनाव भी संपन्न हो चुके होंगे. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जून में फिर से फ्यूल की कीमत में इजाफा देखने को मिल सकता है. मौजूदा समय में खाड़ी देशों का कच्चा तेल 87 डॉलर प्रति बैरल पर पर पहुंच गया है. वास्तव में चीन की ओर से डिमांड में इजाफा, अमेरिकी रिग्स में कमी, यूक्रेन के रूसी रिफाइनरीज पर हमले और ओपेक प्लस की ओर से सप्लाई में कटौती की वजह से कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
दूसरी ओर भारत में 15 मार्च को पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती देखने को मिली थी. उसके बाद से लगातार कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि इंटरनेशनल मार्केट में जिस तरह की अस्थिरता देखने को मिल रही है. ऐसे में पेट्रोल और डीजल की कीमत में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा. रिपोर्ट के अनुसार पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती की वजह से देश की तीनों सरकारी कंपनियों के प्रॉफिट को एक साल में 30 हजार करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ सकता है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा समय में पेट्रोल और डीजल के दाम कितने हो गए हैं.
87 डॉलर पर कच्चे तेल के दाम
मौजूदा समय में कच्चे तेल के दाम 87 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए हैं. आंकड़ों के अनुसार खाड़ी देशों का कच्चा तेल 87 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है. मौजूदा साल की बात करें तो कच्चे तेल के दाम में करीब 13 फीसदी का इजाफा हुआ है. जबकि बीते एक साल में 11 फीसदी से ज्यादा का बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है. वहीं दूसरी ओर अमेरिकी कच्चे तेल की कीमत में भी तेजी देखने को मिली है. मौजूदा समय में डब्ल्यूटीआई की कीमत 83.17 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए हैं. 28 मार्च को इसमें सवा दो फासदी का इजाफा देखने को मिला था. मौजूदा साल की करें तो इसमें 16 फीसदी की तेजी आई है.
अगर बात भारत के वायदा बाजार यानी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज की करें तो कच्चे तेल के दाम 6909 रुपए प्रति बैरल पर हैं. बीते एक साल में इसमें 11.45 फीसदी का इजाफा देखने को मिल चुका है. बीते 3 साल में इसमें 53 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. 5 साल में ये तेजी 61 फीसदी से ज्यादा आ चुकी है.
पेट्रोल और डीजल के दाम फ्रीज
अगर बात भारत की करें तो कच्चे तेल के दाम मार्च के मिड से फ्रीज देखे जा रहे हैं. ऑयल मिनिस्ट्री के कहने पर सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में 2 रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी. ये कटौती करीब दो साल के दाम देखने को मिली थी. आखिरी बार देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में बदलाव मई 2022 में देखने को मिला था. तब देश की वित्त मंत्री ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में सेंट्रल टैक्स को कम करने का ऐलान किया था. उसके बाद देश के कुछ राज्यों ने वैट में कटौती कर आम लोगों को राहत देने की कोशिश की थी. उसके बाद देश में पेट्रोल और डीजल के दाम फ्रीज देखने को मिले थे.