रायपुर । रायपुर पुलिस ने करोड़ों की ठगी कर फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी प्रशांत कुमार दास सिशोर ग्रुप ऑफ कंपनी का डायरेक्टर था जिसने लगभग 370 निवेशकों को अपने झांसे में लेकर 4 करोड़ रूपए निवेश कराए। इसके बाद वह कंपनी समेट कर भाग गया।
सिशोर ग्रुप ऑफ कंपनी के निवेशकर्ता एवं एजेंटगण ने वर्ष 2013 में थाना सिविल लाइन में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि सिशोर ग्रुप ऑफ सिक्यूरिटी लिमिटेड, जिसका मुख्यालय एच 6, 299-ए, शहीद नगर, भुनेश्वर और कटक में स्थित है, के सीएमडी प्रशांत कुमार दास, अध्यक्ष एल.एल.एन. सतपथी एवं ब्रांच मैनेजर दिलीप मोहंती निवासी ओडिशा द्वारा सेक्टर 01 शंकर नगर थाना सिविल लाइन, रायपुर में राजेश गुप्ता के मकान में किराये से लेकर वर्ष 2012 के पूर्व से कार्यालय खोला गया था।
मार्च 2007 में सिमरन होटल एवं अन्य स्थानों में सेमीनार आयोजित कर एजेंटों को जमा राशि में 01 वर्ष में 12 प्रतिशत एवं 06 वर्ष में 24 प्रतिशत का लाभांश, स्कीम आकर्षण कमीशन व विदेश घुमाने का प्रलोभन देकर लगभग 370 निवेशकों से 04 करोड़ रुपये निवेश कराए गए। अवधि पूर्ण होने पर आरोपी रकम वापस नहीं कर पाए और मई 2012 में कंपनी बंद कर कंपनी का सामान लेकर भाग गए। इस पर आरोपियों के विरुद्ध थाना सिविल लाइन में अपराध क्रमांक 626/2013 धारा 420, 409, 120-बी ताहि. इनामी चिट और धन परि. स्कीम (पाबंदी) अधिनियम 1978 की धारा 3,4 का अपराध पंजीबद्ध किया गया था।
पुलिस कार्रवाई:
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना सिविल लाइन पुलिस द्वारा लगातार आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान पुलिस टीम को प्रकरण के मुख्य आरोपी प्रशांत कुमार दास की ओडिशा में उपस्थिति के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई, जिस पर पुलिस टीम ओडिशा रवाना होकर आरोपी की पतासाजी करते हुए प्रकरण के मुख्य आरोपी प्रशांत कुमार दास को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में खुलासे:
पूछताछ में आरोपी प्रशांत कुमार दास ने बताया कि वह पूर्व में अंगूल ओडिशा के एक कॉलेज में अर्थशास्त्र का प्रोफेसर था तथा उसने बाद में एस.बी.आई. लाइफ प्राइवेट एजेंसी में कार्य किया। इसके बाद आरोपी ओडिशा में सिशोर ग्रुप के नाम से अलग-अलग प्रकार की एजेंसियां जैसे – सिशोर फार्मेसी, सिशोर वाटर, सिशोर डेयरी, सिशोर राइस मील एवं अन्य एजेंसियां खोलकर उत्पादों का उत्पादन कर बिक्री करता था। इसके बाद आरोपी कंपनी को आगे बढ़ाने एवं अधिक लाभ कमाने के उद्देश्य से प्रिफेंशियल शेयर स्कीम लाया जिसमें ग्राहक को शेयर देकर मालिक बनाया जाता था। इसी तारतम्य में वह रायपुर सिविल लाइन में कार्यालय खोला, जिसमें वह कार्बो कुरियर का काम करता था तथा रायपुर के अलग-अलग स्थानों में सेमिनार आयोजित कर लोगों को अपने झांसे में लेकर शेयर देकर मोटी रकम वापस करने सहित अन्य प्रलोभन देकर ग्राहकों से नगदी रकम प्राप्त करता था।
अन्य जानकारी:
इसी दौरान वर्ष 2012 में क्राइम ब्रांच ओडिशा द्वारा आर.ओ.सी. में बैलेंस शीट सही तरीके से फाइल नहीं करने पर आरोपी की कंपनी में रेड कार्यवाही कर कंपनी को लॉक कर दिया गया तथा समस्त कंपनियों को सील कर दिया गया था।
ओडिशा में आरोपी की कंपनी के नाम पर अलग-अलग स्थानों में स्थित 400 एकड़ भूमि, फैक्ट्री, मकान, वाहनों तथा सोना-चांदी को क्राइम ब्रांच ओडिशा एवं ए.डी. द्वारा जब्त कर जांच कार्यवाही की जा रही है तथा सी.बी.आई. भी उक्त मामले की जांच कर रही है। आरोपी के विरुद्ध 05 अपराधिक प्रकरण दर्ज होने के साथ ही आर.ओ.सी. के 400 प्रकरण विभिन्न न्यायालय में दर्ज हैं, जिसकी विवेचना/जांच की जा रही है। आरोपी की संपत्ति लगभग 1200 करोड़ रुपये की है। आरोपी ओडिशा के मामले में 05 वर्ष जेल निरुद्ध भी रह चुका है।
गिरफ्तार आरोपी:
नाम: प्रशांत कुमार दास
पिता का नाम: उमेश चन्द्र दास
उम्र: 58 वर्ष
निवासी: फ्लैट नम्बर 205, एन ए मैजेस्टिक अपार्टमेंट, शांति नगर, थाना लक्ष्मी सागर, भुवनेश्वर जिला खुर्दा (ओडिशा)।
कार्रवाई में शामिल अधिकारी:
निरीक्षक रोहित मालेकर थाना प्रभारी सिविल लाइन, सउनि. नागेन्द्र सिंह, प्र.आर. टीकेमणी कुमार, आर. रोशन वर्मा एवं मोह0 रियाज थाना सिविल लाइन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।