शाहिद कपूर और कृति सेनन की फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ ना देखने की पांच वजहें
Mumbai:- जर्सी’ के फ्लॉप होने के लगभग 2 साल के बाद शाहिद कपूर एक नई फिल्म के साथ पर्दे पर दस्तक दे चुके हैं. फिल्म का नाम है ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’, जो 9 फरवरी को रिलीज हुई है. इस पिक्चर में शाहिद के अपोजिट कृति सेनन दिखी हैं. ये पहली बार है जब दोनों एक साथ किसी फिल्म में नजर आए हैं. दोनों की केमिस्ट्री पर्दे पर खूब जमी है. मिल रहे शुरुआती रिव्यू के मुताबिक लोगों को ये पिक्चर पसंद आ रही है. अगर आप भी इस फिल्म को देखने का मन बना रहे हैं, तो थोड़ा ठहर जाइए. इस फिल्म में कई ऐसी चीजें भी हैं, जो आपके मजे को किरकिरा कर सकती हैं. तो पहले उन बातों के बारे में जान लीजिए, उसके बाद देखने के बारे में सोचिए.
1. ट्रेलर से ज्यादा अलग नहीं कहानी: 18 जनवरी को मेकर्स ने इस फिल्म का ट्रेलर वीडियो जारी किया था. ट्रेलर से ही फिल्म की कहानी के बारे में लगभग सबकुछ पता चल गया था. वीडियो देखकर ही मालूम पड़ गया था कि फिल्म की कहानी कुछ ऐसी होने वाली है कि शाहिद का दिल एक लड़की यानी कृति सेनन पर आ जाता है. और उसे बाद में पता चलता है कि जिससे वो प्यार कर रहा है वो एक लड़की नहीं है, बल्कि रोबोट है. फिल्म की कहानी ट्रेलर से कुछ ज्यादा अलग नहीं है, बस थोड़े-बहुत ट्विस्ट-टर्न का इस्तेमाल किया गया है. तो अगर आप आप ऐसा सोच रहे हैं कि थिएटर में जाने के बाद आपको ट्रेलर से कुछ अलग देखने को मिलेगा, तो आपके इस उम्मीद पर पानी फिर सकता है.
2. रोबोट का एंगल हटा दें तो कुछ नया नहीं: हिंदी सिनेमा में सालों से रोमांटिक और प्यार भरी कहानी पर फिल्में बनती आ रही हैं. लगभग हर लव स्टोरी वाली फिल्मों की कहानी एक दूसरे से मिली-जुली ही होती हैं. ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ में भी वही सालों से चलती आ रही प्रेम कहानी दिखाई गई है. हालांकि, बस इसमें थोड़ा रोबोटिक एंगल डाल दिया गया है. हर बार हम ये देखते आए हैं कि हीरो का दिल किसी लड़की पर आ जाता है. लेकिन इस फिल्म में लड़की की जगह उसी रूप में एक रोबोट को पेश कर दिया गया. बस इसमें नए के नाम पर और कुछ नहीं है.
3. लॉजिक की कमी: फिल्म की कहानी भले ही वही पुराने स्टाइल वाली हो, लेकिन ये एंटरटेन करने में कोई कसर नहीं छोड़ती है. हालांकि ऑडियंस को हंसाने के वास्ते कुछ सीन में मेकर्स लॉजिक का इस्तेमाल करना ही भूल जाते हैं. कृति सेनन, जो फिल्म में रोबोट का रोल प्ले कर रही हैं, उन्हें सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है. इस सीन को देखने के बाद मैं तो इस बात का पता लगाने की कोशिश में लगा हुआ हूं कि क्या रोबोट सिगेरट का सेवन भी करने लगे हैं? खैर एक पल के लिए मान भी लेते हैं कि हो सकता है कि रोबोटिक्स की दुनिया ने काफी तरक्की कर ली हो. लेकिन, मेरी जानकारी के अनुसार अभी इतनी भी तरक्की नहीं हुई है कि इंसानों और रोबोट के बीच बात रोमांस और बेड तक पहुंच जाए. फिल्म में कई रोमांटिक सीन हैं, जिसका लॉजिक से कोई लेना-देना नहीं है.
4. बिना बात के हंसाने की कोशिश: इस फिल्म में कई ऐसे सीन हैं, जो आपको हंसने पर मजबूर कर देंगी. उन्हें देखते हुए आप खूब एंटरटेन होंगे. लेकिन कॉमेडी के पिटारे के नाम पर कई जगह पर बिना जरूरत के कुछ सीन ऐसे हैं, जिन्हें अगर आप देखेंगे तो आपको ये एहसास होगा कि यहां पर जबरदस्ती में हंसाने की कोशिश की जा रही है.
5. रजनीकांत की फिल्म की याद: साल 2010 में आई रजनीकांत की फिल्म ‘रोबोट’ तो लगभग हर किसी ने देखी ही होगी. जैसा कि उस फिल्म में दिखाया गया था कि लास्ट में चिट्टी इंसानियत और समाज के लिए खतरा साबित होता है, कुछ ऐसा ही इस फिल्म में भी दिखाया गया है. कृति, जो इस फिल्म की रोबोट हैं, शुरुआत में तो वो बिल्कुल कूल अंदाज में नजर आई हैं. हालांकि आखिर में वो एक भयंकत अवतार में नजर आती हैं, जो दूसरे लोगों के लिए नुकसानदेह साबित होता है. उसे देखकर सीधा चिट्टी की याद आ जाती है.