बीजापुर में पहली बार प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में भ्र्ष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच, बड़ी कार्रवाई की तैयारी
सड़क चोरी व अन्य शिकायतो पर ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण ने दिखाई गम्भीरता
निष्पक्ष जांच के लिए हटाये गए प्रभारी ईई नागेश
बीजापुर। जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में भ्र्ष्टाचार की खबरों को अंततः राज्य ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण ने संज्ञान में लिया है। इस पर गम्भीरता दिखाते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा प्राप्त शिकायतों की तथ्यात्मक बिंदुओं पर अबिलम्ब जांच पूरी कर प्रतिवेदन जल्द सौपने के निर्देश दिए गए है।
जांच प्रभावित ना हो इसलिए वर्तमान क्रियांव्यवन इकाई क्रमांक 1 के प्रभारी कार्यपालन अभियंता एसके नागेश को अधीक्षण अभियंता परियोजना मंडल क्रमांक 01 जगदलपुर संलग्न भी किया गया है।उनके स्थान पर सहायक अभियंता धनंजय देवांगन को इकाई 01 की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण ने जिले में पीएमजीएसवाई के कार्य गुणवत्ता एवं निर्धारित मापदंड अनुरूप नही होने, फर्जी मूल्यांकन की अनवरत शिकायतें और ommas में सड़कों की फर्जी प्रगति दर्ज करने जैसी शिकायतों को गम्भीरता से लिया है। शिकायतों की ग्राउंड स्तर पर जांच के लिए रायपुर और जगदलपुर के अधीक्षण अभियंता को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों पुतकेल से पटेलपारा 2 किमी सड़क गायब होने की शिकायत से विभाग ने सिर्फ किरकिरी हुई बल्कि कार्यशैली पर उंगली भी उठी, इसके अलावा बीते कुछ वर्षों में पीएम सड़क योजना के क्रियांव्यवन में अफसर, इंजीनियर और ठेकेदार द्वारा मिलकर बड़े पैमाने पर भ्र्ष्टाचार की शिकायतें मिल रही थी। शिकायतो के विरुद्ध राजधानी तो दूर जिला स्तर पर जांच नही की जा रही थी, जांच होती भी तो खानापूर्ति कर सम्बंधित ठेकेदार-इंजीनियर के कार्य को विभाग क्लीन चिट दे देता। पहली मर्तबा शिकायतो पर ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए उच्च स्तर पर जांच के आदेश दिए है। जिससे विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है।