पति-पत्नी ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में सहकारी समिति के अध्यक्ष पर लगाए आरोप
कोटा । छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के रतनपुर थाना क्षेत्र के अकलतरी गांव में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां पति-पत्नी ने सामुदायिक भवन में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक दंपति सामुदायिक भवन में रहकर बुनकर सहकारी समिति के तहत काम करते थे। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को दीवार पर लिखा हुआ सुसाइड नोट मिला है, जिसमें दोनों ने अपनी मौत के लिए सहकारी समिति के अध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराया है।
घटना का विवरण
मृतक परसराम देवांगन और उनकी पत्नी पार्वती देवांगन ग्राम लखराम स्थित देवांगन समाज के सामुदायिक भवन में रहकर बुनकर सहकारी समिति का काम देख रहे थे। शुक्रवार को उनकी लाश भवन के एक कमरे में फांसी के फंदे पर लटकी मिली। गांव के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
सुसाइड नोट में लगाए गए आरोप
घटनास्थल पर दीवार पर लिखा हुआ एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें दंपति ने सहकारी समिति के अध्यक्ष सतीश देवांगन पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले उन्हें टेलरिंग का काम दिलाने के लिए बुलाया गया था, लेकिन अब समिति अध्यक्ष उन्हें काम से हटाना चाहता है। दंपति ने इस निराशा में आत्महत्या का कदम उठाया।
पुलिस की जांच जारी
रतनपुर पुलिस ने मौके से शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस सुसाइड नोट में उल्लिखित आरोपों की भी जांच कर रही है। परसराम देवांगन के बच्चे अकलतरी गांव में रहते हैं, जिन्हें इस घटना की जानकारी दे दी गई है। पुलिस अब सहकारी समिति और इसके अध्यक्ष से पूछताछ कर रही है ताकि आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके।
यह घटना समाज के भीतर कामकाज और मानसिक दबाव के बीच संतुलन की कमी को उजागर करती है। पुलिस द्वारा की जा रही जांच से आगे के तथ्यों का खुलासा होने की उम्मीद है। फिलहाल, गांव में शोक का माहौल है और पुलिस इस दुखद घटना के सभी पहलुओं की बारीकी से जांच कर रही है।