हमारे आसपास ऐसे कई लोग हैं, जो बेहद कम उम में कामयाबी पा लेते हैं। आपको बता दें कि हस्तरेखा विज्ञान के मुताबिक ऐसे लोगों की हथेली में शनि रेखा के प्रबल होने के कारण ऐसा होता है। जिन जातकों की हथेली में शनि रेखा प्रबल होती हैं, कम मेहनत में भी अच्छी खासी सफलता हासिल कर लेते हैं।वहीं जिन लोगों की हथेली में शनि रेखा टूटी-फूटी या कटी होती हैं, उन्हें जीवन में संघर्ष का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि हथेली में शनि रेखा कहां होती है और शनि रेखा के प्रबल होने से व्यक्ति को क्या-क्या लाभ मिलता है।
शनि रेखा को बहुत सारे लोग भाग्य रेखा भी कहते हैं। शनि रेखा हथेली में मणिबंध या हाथ के मध्य भाग से शुरू होकर शनि पर्वत तक जाती है। हथेली में मध्यमा उंगली के नीचे शनि पर्वत होता है। यदि हथेली में स्पष्ट, अखंड और गहरी शनि रेखा होती है, तो यह बेहद शुभ मानी जाती है। शनि रेखा को ही भाग्य रेखा भी कहा जाता है। क्योंकि हथेली की यही रेखा व्यक्ति का भाग्य बताती है।
हर कदम पर मिलता है भाग्य का साथ
बता दें कि जिन जातकों की हथेली में शनि रेखा स्पष्ट, अखंड और गहरी होती है, उनको दुनिया की सारी ऐशो-आराम मिलती है। ऐसे जातकों को कम मेहनत में भी बड़ी सफलता मिलती है।
वहीं अगर इन जातकों के करियर की बात करें, तो प्रबल शनि रेखा वाले जातकों को अधिकारी पद प्राप्त होता है। वहीं यदि ऐसा जातक प्रयास करें, तो मेहनत करने पर उसे सरकारी नौकरी में सफलता भी प्राप्त होती है।
हथेली में प्रबल शनि रेखा के होने से व्यक्ति को 35 साल की उम्र में जीवन का हर सुख प्राप्त होता है।
शनि रेखा के स्पष्ट, अखंड और गहरी होने पर इसको शनिदेव की कृपा से भी जोड़कर देखा जाता है। माना जाता है कि ऐसे जातकों पर शनिदेव की कृपा दृष्टि हमेशा बनी रहती है।
इसके अलावा ऐसे जातकों की लव लाइफ भी काफी अच्छी चलती है और इन जातकों को पार्टनर का सच्चा प्यार मिलता है।