नई दिल्ली। भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल हृदय गति रुकने से निधन हो गया। उनको रविवार को गंभीर हालत में सरकारी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था।
रक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि महानिदेशक राकेश पाल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ तटरक्षक बल के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। सीने में बेचैनी की शिकायत पर उन्हें रविवार दोपहर 2.30 बजे राजीव गांधी सामान्य अस्पताल (आरजीजीएच) में भर्ती कराया गया था।
पाल के निधन की जानकारी मिलते ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उन्हें श्रद्धांजलि देने अस्पताल पहुंचे। राकेश पाल को जुलाई 2023 में भारतीय तटरक्षक बल का 25वां महानिदेशक नियुक्त किया गया था।
राकेश पाल मूलत: उत्तर प्रदेश के निवासी थे। साथ ही भारतीय नौसेना अकादमी के छात्र रहे और जनवरी 1989 में भारतीय तटरक्षक बल में शामिल हुए थे। उन्होंने भारतीय नौसेना स्कूल द्रोणाचार्य, कोच्चि में गनरी और हथियार प्रणाली में पेशेवर विशेषज्ञता हासिल की। इसके अलावा पाल ने ब्रिटेन से इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स फायर कंट्रोल सॉल्यूशन कोर्स भी किया। महानिदेशक राकेश पाल ने आईसीजी के पहले गनर होने की भी उपलब्धि हासिल की।
उन्होंने अपने 34 वर्षों से अधिक के शानदार कॅरिअर में फ्लैग ऑफिसर समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। वह कमांडर कोस्ट गार्ड क्षेत्र (उत्तर पश्चिम), गांधीनगर, उप महानिदेशक (नीति और योजना), और तटरक्षक मुख्यालय, नई दिल्ली में अतिरिक्त महानिदेशक तटरक्षक भी रहे। इसके अलावा उन्होंने निदेशक (इन्फ्रा और वर्क्स) और तटरक्षक मुख्यालय नई दिल्ली में प्रधान निदेशक (प्रशासन) का कार्यभार भी संभाला। उन्होंने समुद्र में कई जहाजों की कमान संभाली है। राकेश पाल को ICGS समर्थ, ICGS विजित, ICGS सुचेता कृपलानी, ICGS अहिल्याबाई और ICGS C-03 में काम करने का अनुभव था। उन्होंने गुजरात में दो तटरक्षक ठिकाने ओखा और वडिनार की भी कमान संभाली।
डीजी राकेश पाल को फरवरी 2022 में अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर पदोन्नत करके तटरक्षक मुख्यालय नई दिल्ली में तैनात किया गया था। उन्होंने कई महत्वपूर्ण ऑपरेशन और अभ्यास पूरे किए।
इनमें करोड़ों रुपये की नशीली दवाओं/मादक पदार्थों और सोने की जब्ती, भयंकर चक्रवाती तूफानों के दौरान नाविकों का बचाव, विदेशी तटरक्षकों के साथ संयुक्त अभ्यास, अवैध शिकार विरोधी अभियान, चक्रवातों/प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मानवीय सहायता और तटीय सुरक्षा अभ्यास शामिल हैं। महानिदेशक राकेश पाल को उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए 2013 में तटरक्षक पदक और 2018 में राष्ट्रपति तटरक्षक पदक से सम्मानित किया गया था।