कमलनाथ नहीं छोड़ रहे कांग्रेस, बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच जीतू पटवारी का दावा
मध्य प्रदेश:- मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी का बयान आया है. उन्होंने कहा कि मेरी कमलनाथ से आज सुबह में भी बात हुई. कल रात को भी हुई थी. जो भी बात मैं आपसे कर रहा हूं. मैं मानता हूं कि उस कांग्रेस के प्राचीन विचारधारा के इतिहास के मद्देनजर कर रहा हूं, जो कमलनाथ ने आत्मसात किया था. सपने में भी ये विचार नहीं आ सकता कि 2 माह पहले जिसके नेतृत्व में चुनाव हुआ, वह कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं. राज्यसभा में अशोक सिंह का नाम कमलनाथ ने किया है. हमने भी सहमति दी थी. ये खबरें निराधार हैं.उन्होंने कहा कि हम और आप देख रहे हैं. 70 के दशक में दो भाइयों की जोड़ी प्रसिद्ध हुई. सबके साथ परिवार जैसा व्यवहार कही देखने को मिलता है तो दो परिवारों के बीच देखने को मिलता है. 80 के दशक में चुनाव में इंदिरा गांधी ने कहा वो मेरे तीसरे बेटे हैं, जो खबरें हैं वो निराधार हैं,
इनकार की बात नहीं है-बोले कमलनाथ
इस बीच, कमलनाथ ने संवाददाताओं के सवाल के जवाब में कहा कि इंकार करने की कोई बात नहीं है. वह उत्साहित नहीं है. आप लोग उत्साहित हैं. वह उत्साहित नहीं है. अगर ऐसी कोई बात होगी, वह सबसे पहले मीडिया को सूचित करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता कमल नाथ कांग्रेस छोड़ने जा रहे हैं. वह आज कांग्रेस से इस्तीफा दे सकते हैं. बीजेपी में शामिल होंगे. सिर्फ कमलनाथ ही नहीं उनके बेटे नकुल नाथ भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. कमलनाथ पहले ही दिल्ली आ चुके हैं.
कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने को लेकर अटकलें तेज
शुक्रवार को अटकलें शुरू हो गईं. बीजेपी प्रवक्ता और कमल नाथ के पूर्व मीडिया सलाहकार नरेंद्र सलूजा ट्वीट कर फोटो को कैप्शन दिया, “जय श्री राम”. इसके तुरंत बाद यह अटकलें शुरू हो गईं कि क्या कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. आज सुबह अटकलों को हवा देते हुए मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से सांसद नकुल नाथ ने अपने एक्स प्रोफाइल बायो से कांग्रेस का नाम हटा दिया. इस बीच, कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनकी कमल नाथ से फोन पर बातचीत हुई है. उन्होंने कहा, ”यह कैसे उम्मीद की जा सकती है कि जिस व्यक्ति ने अपना राजनीतिक करियर नेहरू-गांधी परिवार के हाथों शुरू किया, वह कांग्रेस छोड़ देगा? ऐसी चीजों की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए.