बिलासपुर। अब कोटा के दर्जनभर से ज्यादा गांव में मलेरिया के मरीज हो गए है। हालाकि स्वास्थ्य विभाग रोजाना सभी संवेदनशील गांव का सर्वे कर रही है।
मरीज मिलने पर उपचार की व्यवस्था की जा रही है। ज्यादातर मरीजों को कोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज किया जा रहा है। वही प्रभावित गांव में दवा आदि का वितरण किया जा रहा है। साथ ही कहा जा रहा है कि किसी को बीमारी हो रही है तो वे तत्काल टीम से संपर्क करे, उनके इलाज की व्यवस्था मौके पर ही की जाएगी।
मौजूदा स्थिति में कोटा के कुपाबांध, करवा, जूनापारा, केंदा, मदनपुर, बहरीमुड़ा, बेलगहना, टाटीधार आदि गांव में मलेरिया के मरीज सक्रिय है।
साफ है कोटा में मरीज के सिर्फ इलाज की व्यवस्था है, मच्छरों को मारने के लिए अभी भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इसी वजह से मौजूदा स्थिति में कोटा क्षेत्र में मलेरिया को लेकर स्थिति बिगड़ते ही जा रही है।
रविवार को टीम ने डायरिया और मलेरिया प्रभावित गांव का दौरा किया है, इस दौरान जो भी सीरियस मरीज मिला है उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, कुल तीन नए मरीज मिले है।
डा़ प्रभात श्रीवास्तव, सीएमएचओ, स्वास्थ्य विभाग