मुकेश अंबानी की चिल्लर कंपनी बन सकती है रॉकेट, ये है बड़ा कारण
Business:- मुकेश अंबानी की चिल्लर कंपनी बुधवार को रॉकेट बनती हुई दिखाई दे सकती है. इसका प्रमुख कारण कर्ज चुकाने की तैयारी है. इसके लिए मुकेश अंबानी की कंपनी ने 7 हजार करोड़ रुपए जुटा लिए हैं. वास्तव में हम मुकेश अंबानी की आलोक इंडस्ट्रीज की बात कर रहे हैं. जानकारों के अनुसार कंपनी ने अपनी पेरेंट कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज और दो लेंडर्स एक्सिस बैंक और एसबीआई से 7,000 करोड़ रुपए जुटाए हैं. इन पैसौं से कंपनी अपने पुराने को कर्ज को चुकाएगी. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर आलोक इंडस्ट्रीज को लेकर किस तरह की बातें सामने निकलकर आई हैं.
किससे कितना लिया लोन?
आलोक इंडस्ट्रीज ने बैंकों से टर्म लोन और वर्किंग कैपिटल लोन के रूप में 3700 करोड़ रुपए जुटाए हैं. जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एनसीसीआरपीएस के रूप में 3300 करोड़ रुपए का निवेश किया है. इस पैसों का यूज एक्सपेंशन और पुराने कर्ज को चुकाने में किया जाएगा. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जेएम फाइनेंशियल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी के साथ मिलकर 2020 में इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड के तहत आलोक इंडस्ट्रीज को खरीदा था.
4800 करोड़ रुपए का पुराना कर्ज
भारतीय स्टेट बैंक और एक्सिस बैंक ने कंपनी को 9 साल के लिए 1750—1750 करोड़ रुपए का लोन दिया है. जिसमें दो साल मोरेटोरियम भी शामिल है. आलोक इंडस्ट्रीज की ओर से भुगतान जनवरी 2026 से किया जाएगा. आलोक इंडस्ट्रीज द्वारा लिए गए लोन पर रिलायंस इंडस्ट्रीज की कॉर्पोरेट गारंटी है. इस लोन का यूज आलोक इंडस्ट्रीज द्वारा उठाए गए 4800 करोड़ रुपए के हाई कॉस्ट लोन को को चुकाने के लिए किया जाएगा. नए लोन का इंट्रस्ट रेट 9 फीसदी है.
रॉकेट बन सकते हैं शेयर
जिस तरह से आलोक इंडस्ट्रीज ने पैसा रेज किया है, उसे देखते हुए बुधवार को कंपनी के शेयर में तेजी देखने को मिल सकती है. अगर बात आज की करें तो कंपनी के शेयर 1.39 फीसदी की गिरावट के साथ 27.75 रुपए पर बंद हुआ है. वैसे आज शुरुआत 28.10 रुपए के साथ फ्लैट हुई थी. कारोबारी सत्र के दौरान कंपनी का शेयर 27.60 रुपए के साथ दिन के लोअर लेअर लेवल पर भी गया. बीते एक साल में आलोक इंडस्ट्रीज का शेयर 107 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है. जबकि मौजूदा साल में भी कंपनी के शेयर में करीब 30 फीसदी की तेजी देखने को मिल चुकी है.