भारत स्काउट्स-गाइड्स की हीरक जयंती पर राष्ट्रीय जम्बूरी छत्तीसगढ़ में
रायपुर । छत्तीसगढ़ भारत स्काउट्स और गाइड्स के 19वें राष्ट्रीय जम्बूरी और प्रथम विश्व गर्ल गाइड्स जम्बूरी की मेजबानी करने जा रहा है, जो राज्य के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। यह आयोजन भारत स्काउट्स और गाइड्स के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में हीरक जयंती वर्ष के दौरान आयोजित किया जा रहा है।
यह जानकारी छत्तीसगढ़ स्काउट्स एंड गाइड्स के राज्य अध्यक्ष एवं रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने बताया कि यह जम्बूरी नवंबर 2025 में आयोजित होगी, जिसमें भारत समेत लगभग 125 देशों के 35,000 से अधिक प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना है।
जम्बूरी का उद्देश्य
इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन का मुख्य उद्देश्य स्काउट्स और गाइड्स को एक वैश्विक मंच प्रदान करना है, जहां वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने अनुभवों को साझा कर सकें। इसका लक्ष्य सेवा भावना, नेतृत्व क्षमता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है। इसके अलावा, जम्बूरी में कौशल विकास, शिक्षा और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा होगी, साथ ही प्रतिभागियों को हस्तकला और अन्य पारंपरिक कलाओं का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, “यह आयोजन वसुधैव कुटुंबकम की भावना को चरितार्थ करेगा, जहां दुनियाभर से स्काउट्स और गाइड्स एकता और सीखने की भावना के साथ एकत्रित होंगे।”
जनजातीय प्रदर्शनी: जम्बूरी का मुख्य आकर्षण
छत्तीसगढ़ में आयोजित इस जम्बूरी का मुख्य आकर्षण राज्य की समृद्ध आदिवासी धरोहर और जनजातीय कला पर आधारित एक प्रदर्शनी होगी। इस प्रदर्शनी के माध्यम से छत्तीसगढ़ की संस्कृति, लोक नृत्य, लोक गीत, तीज-त्यौहार, धोकरा कला, गोंड चित्रकला और माटी शिल्प जैसी हस्तकला को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया जाएगा। इससे राज्य के ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
सरकारी समर्थन और बैठकें
इस जम्बूरी के आयोजन को लेकर 19 सितंबर को मुख्यमंत्री साय के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य राष्ट्रीय आयुक्त डॉ. के.के. खंडेलवाल ने कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की, जिस पर मुख्यमंत्री ने आयोजन को समर्थन देते हुए इसे युवा विकास, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और नेतृत्व प्रशिक्षण के लिए महत्वपूर्ण बताया।
छत्तीसगढ़ सरकार से इस कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने के लिए ₹25 करोड़ के बजट को मंजूरी देने का अनुरोध किया गया है। यह राशि राज्य की संस्कृति और प्रगति को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में सहायक होगी।
जम्बूरी का इतिहास
भारत स्काउट्स और गाइड्स की शुरुआत 7 नवंबर 1950 को हुई थी, और पहली जम्बूरी का आयोजन 1953 में हैदराबाद में किया गया था। 18वीं जम्बूरी का आयोजन 2003 में राजस्थान के पाली जिले में हुआ था। यह पहली बार है जब छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय जम्बूरी की मेजबानी करने का अवसर मिला है, जो राज्य के लिए गर्व का विषय है।
प्रेस वार्ता में भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के मुख्य राष्ट्रीय आयुक्त डॉ. के.के. खंडेलवाल और अन्य प्रमुख पदाधिकारी भी उपस्थित थे।