युवाओं में राष्ट्रप्रेम व अनुशासन की भावना जगाता है एनसीसी : विष्णुदेव साय
रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय रविवार को पुलिस परेड ग्राउण्ड में आयोजित 76वें एनसीसी दिवस समारोह में शामिल हुए। एनसीसी दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि एनसीसी युवाओं में राष्ट्रप्रेम और अनुशासन की भावना को जगाता है और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करता है।
मुख्यमंत्री ने एनसीसी कैडेट्स की परेड की सलामी ली। एनसीसी दिवस कार्यक्रम में एनसीसी के छात्र-छात्राओं द्वारा मार्च पास्ट, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनोहारी प्रस्तुति के साथ ही हार्स राइडिंग, एरो मॉडलिंग, सेक्शन मूवमेंट, सीमा फोर जैसे प्रदर्शन किये गए। मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले केडेट्स को पुरस्कृत किया। साथ ही 76वें एनसीसी दिवस समारोह के मौके पर प्रकाशित पुस्तक का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने सभी को 76वें एनसीसी दिवस की बहुत-बहुत बधाई देते हुए कहा कि आज एक बार फिर मुझे आप लोगों के बीच आने का अवसर मिला है। आप लोगों के बीच जब भी आता हूं, नई ऊर्जा से भर जाता हूं। आज आप लोगों ने एनसीसी दिवस पर शानदार परेड मार्च किया, एरो मॉडलिंग प्रदर्शन किया, घुड़सवारी का प्रदर्शन किया और सेक्शन अटैक का प्रदर्शन किया। आप लोगों के प्रदर्शन से मैं भी जोश से भर गया हूं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि मुझे अच्छी तरह याद है कि नई दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होकर जब हमारे कैडेट लौटे थे, तब भी आप लोगों से मुलाकात हुई थी। गणतंत्र दिवस के मौके पर नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर छत्तीसगढ़ के एनसीसी कैडेटों को परेड करते हुए देखना बड़ा ही सुखद होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे कैडेट भारत के विभिन्न राज्यों से आए एनसीसी कैडेटों के साथ कदम से कदम मिलाते हुए जब तिरंगे को सलामी देते हैं तो प्रत्येक छत्तीसगढ़िया गर्व से भर उठता है। हमारे देश की यही खूबसूरती है। अलग-अलग भाषा और अलग-अलग क्षेत्रों के होने के बावजूद हम सभी में राष्ट्रप्रेम की भावना कूट कूट कर भरी हुई है। एनसीसी इसी राष्ट्र प्रेम को सींचता है, राष्ट्रीय एकता को मजबूत करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीसी एक ऐसा संगठन है जो युवाओं को अनुशासन सिखाता है, उनके चरित्र का निर्माण करता है, उन्हें साहसी बनाता है और निःस्वार्थ सेवा के लिए प्रेरित करता है। एनसीसी का ध्येय वाक्य ही है- ‘एकता और अनुशासन’। एनसीसी हमारे युवाओं को सेना और अन्य सुरक्षा बलों में अपना कैरियर बनाने के लिए प्रेरित करता है।
युवाओं को सेना में कैरियर निर्माण के लिए प्रेरित करने के लिए आप लोगों ने अभी कुछ दिनों पहले राजधानी रायपुर में भव्य सैन्य प्रदर्शनी का आयोजन भी देखा होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे यह देखकर भी बहुत खुशी होती है कि एनसीसी में बालिकाओं की भागीदारी बढ़ रही है। प्रदेश में अनेक गर्ल्स बटालियन संचालित की जा रही है, यह बड़ी प्रसन्नता की बात है। हमारी बेटियों ने राष्ट्रीय से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक एनसीसी का नेतृत्व कर छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाया है। भारत दुनिया का सबसे युवा देश है। आज भारत की उपलब्धियों का गौरवगान पूरी दुनिया कर रही है। इन उपलब्धियों में निश्चित रूप से युवाओं की सबसे बड़ी भागीदारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य देश के सामने रखा है। हमारे ऊर्जावान युवाओं के योगदान से हम सब अवश्य ही विकसित छत्तीसगढ़ और विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इनमें से बहुत से कैडेट सेना में अपना कैरियर बनाएंगे। हमने अपनी नई औद्योगिक नीति में अग्नि वीरों के लिए विशेष प्रावधान किए हैं। नई शिक्षा नीति में शिक्षा को कौशल विकास से जोड़ा है। जिससे आप लोग विभिन्न क्षेत्रों के माध्यम से देश की सेवा कर सकें।
रायपुर के साथ बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर, जशपुर की हवाई पट्टियों में एनसीसी कैडेटस को हवाई उड़ान का दिया जाना चाहिए प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वर्तमान में हमारे एनसीसी कैडेटों को हवाई उड़ान का अनुभव और प्रशिक्षण रायपुर में दिया जाता है, जिसका खर्च छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वहन किया जाता है। प्रदेश में रायपुर के साथ-साथ बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर, जशपुर में भी हवाई पट्टियां हैं, यह प्रशिक्षण वहां भी शुरू किया जा सकता है। इससे इन अंचलों के कैडेटों को भी लाभ होगा।
मेजर जनरल विकांत एम. धुमने ने कहा कि छत्तीसगढ़ के 900 एनसीसी कैडेट्स का चयन अग्निवीर में हुआ है, यह यहां के कैडेटों के उच्च कोटि के प्रशिक्षण को प्रतिबिंबित करता है।
कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेसी, ब्रिगेडियर वाय. एस. चौहान, एस. एम. एनसीसी ग्रुप समादेशक, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल विकांत एम. धुमने, प्रशासनिक अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल प्रदीप कुमार, विभिन्न महाविद्यालयों, विद्यालयों के एनसीसी कैडेट्स के अलावा सैन्य अधिकारी, एनसीसी अधिकारी, पीआई स्टाफ, नागरिक उपस्थित थे।