सुपौल पुल हादसे में एक मजदूर की मौत, कई घायल
Bihar Bridge Collapse: सुपौल में केंद्र सरकार की सबसे बड़ी महत्वाकांक्षी योजना बकौर भेजा पुल का निर्माणाधीन हिस्सा गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई. वहीं, 10 लोग घायल हो गए. ये हादसा सुबह के 7 बजे के करीब हुआ जब 16 मजदूरों की टीम कोसी नदी के बीच में बन रहे पुल का गार्डर सेगमेंट पर काम रही थी. इस दौरान ये हादसा सामने आया. भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत करीब 1200 करोड़ की लागत से बिहार के सबसे लंबा पुल बनाया जा रहा था, जिसे दिसंबर 2024 तक बन जाना है, लेकिन आज सुबह के 7:00 बजे इसके पिलर संख्या 154 के पास इसका गार्डर सेंगमेंट गिर गया.
उत्तर-पूर्व क्षेत्र के लिए है यह महत्वपूर्ण पुल
बकौर भेजा पुल को ट्रांस रेल लाइटिंग प्राइवेट लिमिटेड बना रही है. यह प्रोजेक्ट 5 पैकेजों में बन रहा है. इन्हीं में से एक पैकेज में इस पुल का निर्माण शामिल है. सामरिक दृष्टिकोण से भी यह पुल बहुत अहम है. नेपाल, बांग्लादेश और भूटान के साथ उत्तर-पूर्व के राज्य इससे जुड़ जाएंगे. बागडोगरा एयरपोर्ट पर भी आने-जाने में काफी आसानी होगी. दो लेन पुल एनएच 527 ए पर मधुबनी के भेजा और सुपौल के बकौर के बीच करीब 13.3 किमी की लंबाई में इस पुल का निर्माण हो रहा है.
मौके पर पहुंचे डीएम-एसपी
घटना के बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया है. डीएम कौशल कुमार और एसपी शैशव यादव तुरंत दलबल के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गए. इधर इस बीच घटना को लेकर तरह तरह की अफवाह उड़ने लगी. कंपनी का कोई अधिकारी घटना के 2 घंटे बाद तक घटनास्थल पर नहीं पहुंच सका था. वहां मौजूद लोग गार्डर सेगमेंट में अन्य मजदूरों के दबे होने की बात कर रहे थे. लोगो का कहना है कि कंपनी द्वारा अनियमितता बरतने के कारण ये हादसा सामने आया है.
डीएम ने घटना की पुष्टि
कोसी के बीच नदी में ये हादसा होने की वजह से रेसक्यू टीम को भी घटनास्थल पर पहुंचने में 3 घंटे से अधिक का समय लग गया, लेकिन इसी बीच डीएम ने पुष्टि की कि इस घटना में एक मजदूर की मौत हुई है. 10 मजदूर घायल हैं. इधर कंपनी क्रेन मंगा कर गार्डर सेगमेंट को हटाने का प्रयास शुरू कर दिया है. साथ ही एनडीआरएफ की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई है. फिलहाल गार्डर सेंगमेंट में किसी अन्य के अंदर दबे होने की अफवाह पर विराम लग गया है.
होगी उच्च स्तरीय जांच- नीरज कुमार बबलू
घटना में घायल असम के रहने वाले मजदूर रुद्र सिंह का कहना है कि वहां नाईट शिफ्ट में कुल 16 मजदूर काम कर रहे थे हादसे के बाद 1 की मौत हो गयी और 10 मजदूर घायल हो गए और शेष मजदूर कैंप में सुरक्षित हैं. बहरहाल, डीएम ने बताया कि इस मामलें को 3 लोगों की उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित हो गई है जो पूरे मामले की जांच करेगी. घटना के बाद बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार बबलू मौके पर पहुंच कर मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की बात कही. उन्होने कहा कि ये योजना केंन्द्र सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है और भारत में किसी भी नदी पर बनने वाला सबसे बड़ा पुल है.