पीएम नरेंद्र मोदी ने समुद्र में किए प्राचीन द्वारका के दर्शन, भव्यता को किया महसूस
गुजरात :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को गुजरात के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने द्वारका में सुदर्शन सेतु का उद्घाटन किया, जोकि देश का सबसे लंबा केबल सपोर्ट ब्रिज है. यही नहीं, पीएम मोदी गहरे समुद्र में पानी के अंदर गए और उस स्थान पर पूजा की जहां जलमग्न द्वारका शहर है. इस अनुभव ने भारत की आध्यात्मिक और ऐतिहासिक जड़ों के साथ एक दुर्लभ और गहरा संबंध पेश किया. यह प्राचीन शहर भगवान श्री कृष्ण से निकटता से जुड़ा हुआ है और भव्यता और समृद्धि का केंद्र रहा है.पीएम मोदी का द्वारका में भक्ति भाव देखते ही बना है. यह एक ऐसा शहर है जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत के साथ कल्पनाओं को मोहित करता है. पानी के अंदर उन्होंने मोर के पंखों के साथ पूजा की. इसे पहले पीएम मोदी बेट द्वारकाधीश मंदिर में परम भक्त नजर आए. शीश पर पूजा की सामग्री, मन में विरासत और संस्कृति को संजोने का विश्वास लिए पीएम मोदी ने सुबह पूजा अर्चना की. प्रधानमंत्री काफी देर तक मंदिर परिसर में रहे.
मान्यता है कि द्वारका का बेट मंदिर ही भगवान श्रीकृष्ण का घर था और यहीं पर भगवान श्रीकृष्ण की परम मित्र सुदामा से भेंट हुई थी. इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की प्रतिमाओं की पूजा होती है. ऐसी मान्यता है कि द्वारका यात्रा का पूरा फल तभी मिलता है, जब श्रद्धालु बेट द्वारका मंदिर जाते हैं.
980 करोड़ रुपए की लागत से बना सुदर्शन सेतु
पीएम मोदी ने द्वारका आने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी सौगात दी. उन्होंने ओखा मुख्य भूमि को बेट द्वारका द्वीप से जोड़ने वाले पुल सुदर्शन सेतु का लोकार्पण किया. लगभग 980 करोड़ रुपए की लागत से बने इस केबल पुल की लंबाई 2.32 किमी है, जो देश में सबसे लंबा है. इस पुल में खास तौर से भगवद गीता के श्लोकों और भगवान श्रीकृष्ण के चरित्र से सजा संवारा गया है. इसके साथ ही पुल पर सौर पैनल भी लगे हैं, जिनकी क्षमता एक मेगावाट बिजली उत्पादन की है. इससे पुल रोशन होता रहेगा.