भिलाई । छावनी थाना पुलिस ने करीब पौने दो साल पहले मछली मार्केट में हुए अंधेकत्ल की गुत्थी को सुलझाने में सफलता मिली है। केम्प दो के मछली मार्केट में खून से लथपथ लाश मिली थी जिसमें आरोपी ने पत्थर से सीने को कुचलकर उसकी हत्या कर दी थी। इस मामले में आरोपी तक पहुंचने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। लगभग 20 माह बाद हत्यारा भिलाई पहुंचा और पुलिस की गिरफ्त में आ गया। छावनी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की। 1 सितंबर 2022 दिन बुधवार को कैंप 2 मछली मार्केट में एक शख्स की खून से लथपथ लाश मिली थी। सुबह जैसे ही लाश देखी गई आसपास सनसनी फैल गई। आनन फानन में पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त मोहम्मद फिरोज (49) के रूप में की। आसपास के लोगों ने बताया कि फिरोज मजदूरी करता था और अक्सर यहीं चबुतरे पर सो जाया करता था। अब इसकी हत्या किसने और क्यों की इसकी किसी को जानकारी नहीं थी।
पुलिस ने शुरुआती जांच पड़ताल के बाद पीएम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। इस मामले में छावनी पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया। पहले छोटे भाई पर हुआ शक हत्या की विवेचना के दौरान पुलिस को मृतक के छोटे भाई पर शक हुआ था। पारिवारिक विवाद के कारण छोटे भाई द्वारा इस वारदात को अंजाम दिए जाने के एंगल से पुलिस ने उसे हिरासत में भी लिया लेकिन पुलिस का संदेह गलत निकला। अब पुलिस के सामने आरोपी की खोज एक चुनौती बन गई। जिस जगह हत्या हुई वहां आसपास कहीं भी सीसी टीवी फुटेज पुलिस को नहीं मिला जिससे जांच काफी कॉम्पलीकेटेड हो गई। काफी मशक्कत के बाद पुलिस को एक युवक के बारे में पता चला जिसका नाम शहजाद 22 है। शहजाद वारदात के दिन से ही गायब था। पुलिस को पता चला कि शहजाद अक्सर मृतक फिरोज के साथ वहीं रहता था। पुलिस शुरू की शहजाद की तलाश इसके बाद पुलिस ने शहजाद की तलाश शुरू की। लेकिन पुलिस को पता ही नहीं चल पा रहा था कि शहजाद कहां गया। इस बीच पुलिस को शहजाद के मूल निवास क्षेत्र कोरबा का पता चला तो वहां भी खोजबीन कराई गई लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया। इधर पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी और उधर आरोपी खुद की पुलिस की चंगुल में फंस गया। दरअसल शहजाद हत्याकांड के 20 माह बाद भिलाई लौटा। इस बीच पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर शहजाद को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में शहजाद ने फिरोज की हत्या करने की बात मानी और इसकी वजह भी बताई।
आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में जो बताया वह चौंकाने वाला था। शहजाद ने बताया कि जिस चबुतरे पर फिरोज सोता था वहीं पर यह भी सोता था। चबुतरे पर सोने को लेकर मोहम्मद फिरोज अक्सर शहजाद को मां बहन की गंदी गालियां दिया करता था। इससे तंग आकर शहजाद ने 31 अगस्त 2022 को फिरोज की हत्या का प्लान बनाया। इसके बाद शहजादा ने पत्थर से सोए हुए मोहम्मद फिरोज के सीने पर वार कर दिया और वहां से उसी रात फरार होकर नागपुर चल गया। कोरबा का रहने वाला शहजाद भिलाई में काम करता था और वारदात के बाद नागपुर भाग गया था। हत्या के इतने दिन बाद शहजाद को लगा कि मामला शांत हो गया है और इसी विश्वास से वह भिलाई पहुंचा।