PRSU ने पीएचडी में एडमिशन के लिए बदले नियम, लिखित परीक्षा के साथ इंटरव्यू भी
रायपुर। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में पीएचडी में प्रवेश में अब लिखित परीक्षा के साथ ही साक्षात्कार भी देना होगा। इससे पूर्व तक लिखित परीक्षा के आधार पर ही पीएचडी में प्रवेश दिया जाता था। जबकि इस बार लिखित परीक्षा के 70 प्रतिशत और साक्षात्कार में 30 प्रतिशत अंक दिए जाएंगे। इसी के अनुसार मेरिट सूची बनाकर छात्रों को पीएचडी में प्रवेश मिलेगा।
विश्वविद्यालय में पीएचडी इस बार यूजीसी रेगुलेशन-2022 के अनुसार होगी। नया नियम लागू करने को लेकर विश्वविद्यालय से शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। जिसके लिए अनुमति मिल गई है। अब विश्वविद्यालय से पीएचडी प्रवेश परीक्षा की तैयारी की जा रही है।
संभावना है कि प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया इस महीने शुरू हो जाएगी। प्रवेश परीक्षा 100 अंकों की होगी। वहीं, छत्तीसगढ़ में दुर्ग विश्वविद्यालय में पिछले साल ही यह नियम लागू कर दिया गया था। साथ ही नए नियम के अनुसार पीएचडी की अवधि भी न्यूनतम तीन वर्ष की होगी, जिसमें छह माह का कोर्स वर्क भी शामिल होगा।
नेट के स्कोर तीन कैटेगरी में होंगे जारी
नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) परीक्षा से पीएचडी प्रवेश के लिए पात्रता मिलेगी। अभी तक नेट के परिणाम जेआरएफ और असिस्टेंट प्रोफेसर पात्रता के लिए दो वर्ग में जारी होते थे, लेकिन इस बार पीएचडी नामांकन के लिए भी जारी होंगे। जिन अभ्यर्थियों का स्कोर पीएचडी के लिए होगा, उन्हें प्रवेश परीक्षा नहीं देना होगा।
पहले जेआरएफ और नेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को प्रवेश परीक्षा से छूट मिलती थी। लेकिन अब यूजीसी ने इसके लिए अलग से प्रविधान किया है। यूजीसी नेट जून, 2024 की परीक्षा 21 अगस्त से आनलाइन मोड में शुरू होगी। इसे लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) कि ओर से पिछले दिनों नोटिफिकेशन जारी किया गया। पहले यह परीक्षा 18 जून को पेन और पेपर मोड में हुई थी।
पिछले वर्ष 35 विषयों के लिए हुई प्रवेश परीक्षा
पिछले वर्ष पीआरएसयू में पीएचडी प्रवेश परीक्षा अलग-अलग 35 विषयों के लिए हुई थी। इसमें 714 छात्रों ने प्रवेश परीक्षा में हिस्सा लिए थे। इसमें से लगभग 140 ही उत्तीर्ण हुए थे। इसमें सात विषय जैसे, बायोटेक्नाेलाजी, बाटनी, डिफेंस स्टडीज, भूगोल, मैनेजमेंट, मैथ्स, फिजिकल एजुकेशन में कोई भी अभ्यर्थी उत्तीर्ण नहीं हुआ था। इसी तरह केमिस्ट्री, कम्प्यूटर साइंस, होम साइंस, लाइब्रेरी एंड इंफार्मेशन साइंस, पालिटिकल साइंस, बायो साइंस, इकोनॉमिक्स, सांख्यिकी, संस्कृत जैसे विषयों में एक या दो छात्र ही पास हुए थे।