झोलाछाप डॉक्टर कर रहा था, कैंसर, टीबी का इलाज, नशे और गर्भपात की गोलियों के साथ पकड़ाया
रायपुर। राजधानी समेत छत्तीसगढ़ में झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह कैंसर और टीबी जैसी गंभीर बीमारियों का भी इलाज कर रहे हैं।
इसी तरह की शिकायत पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने आरंग के नरदहा गांव में संचालित लाइफ केयर क्लिीनिक में छापामारा। यह क्लीनिक झोलाछाप डॉक्टर नीलकमल साहू द्वारा संचालित किया जा रहा था। निरीक्षण के दौरान भारी मात्रा में 77 प्रकार के औषधियां क्लीनिक से बरामद की गई।
आरोपी ने बताया कि उक्त औषधियों को रायपुर में स्थित मेडिकल एजेंसियों से खरीदा है। सहायक नियंत्रक डॉ. बसंत कौशिक ने बताया कि खरीदी बिल, लेनदेन से संबंधित रजिस्टर, डायरी भी मौके से बरामद हुआ।
जांच टीम में औषधि निरीक्षक प्रीति उपाध्याय, डा. सुरेश कुमार साहू डां. टेकचन्द धीरहे नमूना सहायक रंजित साहू शामिल रहीं।
कार्रवाई के दौरान 77 प्रकार की दवाएं जब्त की गई। जिसमें टीबी की दवाई पोटेंट एंटीबायोटिक, स्टेरायड आदि शामिल है। 23 खरीदी बिल एवं औषधियों का लेनदेन से संबंधित दो डायरी/रजिस्टर जब्त किया गया है। उक्त औषधियों का बाजार मूल्य लगभग 1.5 लाख रुपये बताया जा रहा है।
औषधियों के मिले बिल के आधार पर संबंधित मेडिकल स्टोर पर भी कार्रवाई की जाएगी। जब्त किए गए दवाओं को न्यायालय के सुपुर्द भी किया गया है। प्रकरण की पूर्ण विवेचना के बाद कोर्ट में प्रकरण प्रस्तुत किया जाएगा। बिना वैध लाइसेंस के दवा संग्रहण और बिक्री पर तीन वर्ष तक की सजा का प्रावधान है |
कैंसर, टीबी की दवाएं और नशे के दवाएं
जांच में पाया गया कि झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा बिना औषधि ड्रग लाइसेंस के भारी मात्रा में गंभीर बीमारियों में उपयोग होने वाले पोटेंट एंटीबायोटिक, नशीली टेबलेट, गर्भपात करने वाली टेबलेट जैसी दवाएं एमआर एवं मेडिकल एजेंसियों से खरीदी किया जा रहा है।