रायपुर। सरकार बदलने और आचार संहिता खत्म होने के बाद नए राशन कार्डों (New Ration Card) का वितरण शुरू हो गया है। लेकिन अब भी प्रदेशभर के 5.92 लाख राशनकार्डधारी गायब हैं। प्रशासन की ओर से बार-बार कहने के बाद भी इन कार्डधारियों ने नए राशन कार्ड के लिए आवेदन ही नहीं किया है।
ऐसे में प्रशाासन को बोगस कार्ड की आशंका भी दिखाई दे रही है। वहीं, इस बात की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता, कि सक्षम परिवारों ने किसी न किसी तरह गरीबी रेखा का कार्ड बना रखा था, अब पोल खुलने की डर से आवेदन नहीं कर रहे हैं।
दरअसल, छह माह से राशन कार्ड सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद भी लोग आवेदन नहीं कर रहे हैं।
ऐसे लोगों का राशनकार्ड ब्लाक हो सकता है। एक बार कार्ड ब्लाक होने के बाद जब तक लोग सत्यापन नहीं करते तब तक उनका राशनकार्ड शुरू नहीं होगा।
गौरतलब है कि प्रदेश भर में 76 लाख 83 हजार 426 कार्डधारी हैं। जिनमें से 5 लाख 92 हजार 691 ने आवेदन नहीं किया है। 70 लाख 12 हजार 575 कार्डधारियों का कार्ड प्रिंट हो गया है। पूरे प्रदेश में अभी तक 92.29 प्रतिशत कार्डधारियों का सत्यापन हुआ है।
रायपुर में 84 प्रतिशत का हो गया सत्यापन राशन कार्ड नवीनीकरण के लिए अंतिम 30 जून तय की गई है। अब तक भी रायपुर के 6 लाख 01 हजार 735 में से 92 हजार 687 कार्डधारियों का अता-पता नहीं है। अभी तक जिले में 84.6 प्रतिशत कार्डधारियों ने सत्यापन कराया है। ऐसे में अब ये अपात्र मान लिए जाएंगे। इन्हें सरकारी राशन मिलना भी बंद हो जाएगा।
ग्रामीण इलाकों में स्थिति ज्यादा बेहतर
आवेदन जमा नहीं करने की स्थिति वाले इलाकों पर गौर करें तो सबसे बुरी स्थिति नगरीय निकाय की है। यहां 78.15 फीसदी आवेदन प्राप्त हुए हैं। जबकि ग्रामीण इलाकों में 92 प्रतिशत सत्यापन हो चुका है।
राशनकार्ड नवीनीकरण के लिए प्रचार-प्रसार के अलावा मुनादी भी कराई जा रही है। इसके बाद भी करीब लाखों परिवारों ने नवीनीकरण के लिए आवेदन नहीं किया।
रायपुर खाद्य नियंत्रक भूपेंद्र मिश्रा ने कहा, जिले में राशनकार्ड के सत्यापन की गति में तेजी लाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं।
लोग खुद भी एप के माध्यम से सत्यापन कर सकते हैं, दुकानों में जाकर भी आसानी से सत्यापन कराया जा सकता है। अभी कार्ड ब्लाक करने के संबंध में कोई निर्देश नहीं मिले हैं।