लखनऊ । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक और पूर्व अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख बालकृष्ण त्रिपाठी का मंगलवार को लखनऊ के राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार कानपुर में होगा। संघ के सर सहकार्यवाह अरुण कुमार ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बालकृष्ण के त्रिपाठी के निधन पर शोक जताया है।
संघ की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, प्रचारक के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए लखनऊ के भारती भवन में रखा गया है। यहां पर तमाम वरिष्ठ प्रचारकों और राजनीतिक हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। संघ के सर सहकार्यवाह अरुण कुमार ने भी उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। उनका अंतिम संस्कार आज ही गंगा तट, भैरो घाट, कानपुर में होगा।
वरिष्ठ प्रचारक बालजी के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने शोक व्यक्त किया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने भी भारती भवन में पार्थिव देह पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
संघ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, बालकृष्ण का जन्म पांच मार्च 1937 में कानपुर देहात के कांठीपुर गांव में हुआ था। उन्होंने कानपुर के डीएवी कॉलेज से एम कॉम किया था। शिक्षा पूरी होने के बाद आवो कानपुर के एर्गन मिल में सेवारत थे। कानपुर के तत्कालीन विभाग प्रचारक स्व. अशोक सिंघल की प्रेरणा से नौकरी छोड़कर सन 1962 में आप संघ के प्रचारक बने। वह बिल्हौर के तहसील प्रचारक रहे। फिर कानपुर के नगर प्रचारक, इसके बाद जिला प्रचारक, विभाग प्रचारक, प्रांत प्रमुख, सह प्रांत प्रचारक फिर अवध प्रांत के प्रांत प्रचारक बने।
वो यूपी और उत्तराखंड संयुक्त के क्षेत्र संपर्क प्रमुख भी रहे। अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख आदि दायित्वों का निर्वहन किया। आपातकाल के समय बालकृष्ण त्रिपाठी ने कानपुर में भूमिगत होकर सक्रिय रूप से काम किया। वर्तमान में उनका केन्द्र ‘भारती भवन’ लखनऊ था। उनके निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई पदाधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।