दादा गुरुदेव इक्तिसा जाप समापन में शताब्दी-ऐषणा ने जमाया गुरुभक्ति का रंग
रायपुर । आचार्य जिनमणिप्रभ सूरीश्वर द्वारा प्रतिष्ठित जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी, भैरव सोसायटी में 5 अगस्त से जारी 21 दिवसीय दादागुरुदेव इक्तिसा जाप के समापन समारोह दिवस पर देर रात तक शताब्दी ढ़ेलडिया व 5 वर्षीय बिटिया ऐषणा ने गुरुभक्ति का अनूठा रंग जमाया। माँ बेटी ने नवकार मंत्र है प्यारा, इसने लाखों को तारा , इस महामंत्र का जाप करो भवजल से मिले किनारा के मंगलाचरण से भजन संध्या का आरम्भ किया। चलो रे मालपुराधाम दादा ने सबको बुलाया है। मालपुरा में ऐसा एक गुलाब है जो दुनिया में लाजवाब है। ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे तुम्हारे बिन हमरा कोई नही । दादा जैसा यार कहां , कहां ऐसा याराना । भक्ति की रात दादा आज थाने आणो है जैसे गुरुभक्ति के भजनों से भक्तों को सराबोर कर दिया।
सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व दादाबाड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष बैद महासचिव महेन्द्र कोचर , ट्रस्टी टीकम जैन , नीलेश गोलेछा व मुख्य अतिथि ऋषभदेव जैन मंदिर व दादाबाड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय कांकरिया ने बम्फर ड्रा की विजेता रीतू डाकलिया, लक्ष्मी नगर पचपेड़ी नाका को सोने की चैन से पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती मंजू कोठारी ने किया। बम्फर ड्रा सोने की चैन के लाभार्थी श्रीमती चन्दरी देवी कांकरिया परिवार सुमीत ग्रुप , प्रतिदिन के पुरस्कारों में प्रथम पुरस्कार के सुभाष चंद विजय कुमार पुगलिया , द्वितीय स्व तानिष गोलछा के आत्मश्रेयार्थ सुशीला देवी पदम् चंद गोलछा व तृतीय पुरस्कार अशोक चंद प्रशांत कोचर परिवारों की ओर से प्रदान किया गया। इक्तिसा जाप में ट्रस्टी डॉ योगेश बंगानी , राजेश सिंघी , जय सांखला , संतोष झाबक , धीरेन्द्र सेठ , वर्द्धमान चोपड़ा , निर्मल पारख , प्रसन्न चोपड़ा , राजू रांका , विवेक बैद , मंजू कोठारी , ममता सुराना , मयूरी गोलेछा , दीप्ति बैद की सक्रिय भूमिका है।