रायपुर। जयंती योग सहित छह योगों के संयोग में सोमवार को कृष्ण जन्माष्टमी की धूम मचेगी। जन्माष्टमी पर सर्वार्थसिद्धि, स्थिर योग, हर्षण योग, शश योग, गजकेशरी योग का संयोग बन रहा है। राजधानी में 10 से अधिक राधा-कृष्ण मंदिरों में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम मचेगी। जुगलजोड़ी सरकार के श्रीविग्रह का श्रृंगार मथुरा-वृंदावन से मंगवाई गई पोशाक से किया जाएगा। मंदिर परिसर को कोलकाता से लाए गए सफेद, लाल गुलाब से सजाया गया है। खास आकर्षण कोतवाली थाना का कारागार होगा, जहां आधी रात को श्रीकृष्ण का जन्म होगा। आधी रात को वासुदेव टोकरी में श्रीकृष्ण के श्रीविग्रह को सिर पर रखकर गोपाल मंदिर लेकर आएंगे।
जवाहर नगर
जवाहर नगर स्थित राधाकृष्ण मंदिर में फूलों से कारागार के सात दरवाजे बनाए गए हैं। मंदिर में शाम को भजन के दौरान संगीत की धुन से बादल के गरजने, बिजली के चमकने और शिशु के रोने की आवाज सुनाई देगी। इससे पूर्व सुबह 8.30 बजे जुगलजोड़ी सरकार का 501 लीटर दूध से अभिषेक, महाआरती की जाएगी। भक्तों को दही, माखन-मिश्री का प्रसाद वितरित किया जाएगा।अगले दिन 27 अगस्त को शोभायात्र निकालकर नंदोत्सव मनाया जाएगा।
इस्कॉन मंदिर
टाटीबंध स्थित इस्कॉन मंदिर परिसर को कोलकाता के लाल गुलाबों से सजाया गया है। राधारासबिहारी के श्रीविग्रह का श्रृंगार मुंबई और वृंदावन से लाए वस्त्रों से किया जाएगा।मंदिर में तीन दिन 25 से 27 अगस्त तक जन्माष्टमी की धूम रहेगी। फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता एवं भक्ति नृत्य, भजन संध्या, शील प्रभुपाद व्यास पूजा महा-महोत्सव और श्री राधाष्टमी महामहोत्सव जैसे अनेक अनुष्ठान और कार्यक्रम होंगे।
समता कालोनी राधाकृष्ण मंदिर
समता कालोनी स्थित राधा-कृष्ण मंदिर में हरियाली तीज से आकर्षक झूला सजाने का सिलसिला चल रहा है। जन्माष्टमी उत्सव का शुभारंभ प्रातः 9 बजे 101 लीटर दूध से अभिषेक किया जाएगा। दोपहर 12 बजे से प्रतिमा श्रृंगार दर्शन और शाम चार बजे कृष्ण झांकी दर्शन प्रारंभ होगा। आधी रात को जन्म उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। दूसरे दिन 27 अगस्त को दोपहर एक बजे से रानी सती दादी का मंगल पाठ प्रारंभ होगा जो शाम तक चलेगा।
खाटू श्याम मंदिर
समता कालोनी स्थित खाटू श्याम मंदिर में चांदी के सिंहासन पर विराजे श्याम सरकार का सफेद फूलों से श्रृंगार किया जाएगा। रात्रि में भजनों की प्रस्तुति होगी।
गोकुल चंद्रमा मंदिर
बूढ़ापारा स्थित गोकुल चंद्रमा मंदिर में पूरे सावन माह में अलग-अलग दिन काजू, किशमिश, बादाम, पान, मूंगफली, फूलों के अलावा चांदी-सोने के गहनों से झूले का श्रृंगार किया गया। जन्माष्टमी पर रात्रि में महाआरती के पश्चात प्रसाद वितरण होगा। 27 अगस्त को नंदोत्सव की धूम रहेगी। नंदबाबा खुशियां मनाएंगे। भोलेबाबा, भगवान कृष्ण के बाल रूप का दर्शन करने पहुंचेंगे।
जैतूसाव मठ
पुरानी बस्ती स्थित श्रीठाकुर रामचंद स्वामी जैतूसाव मठ की आकर्षक साजसज्जा की गई है।रात्रि आठ बजे से पं.लल्लू महाराज भजनों की प्रस्तुति देंगे। राधा-कृष्ण की झांकी सजेगी। रात्रि 12 बजे महाआरती की जाएगी।27 अगस्त को दोपहर एक बजे से राजभोग आरती, प्रसाद वितरण होगा। 11 क्विंटल मालपुआ, 51 किलो पंजरी का प्रसाद अर्पित किया जाएगा।