45 साल की उम्र में आखिरी मैच खेलने वाला टेस्ट क्रिकेटर, इटली और नेदरलैंड्स में रहा भारत का राजदूत
Cricket:- इस साल का आईपीएल भारत के उस टेस्ट क्रिकेटर के लिए खास है, जिसने 45 साल की उम्र में अपना आखिरी मैच खेला था. जो पहले युवराज बना, फिर महाराजा और फिर भारत का टेस्ट क्रिकेटर. इतना ही नहीं आगे चलकर वो देश के राजदूत भी बने. और अब उनका नाम IPL से भी जुड़ गया है. भले ही वो आज हमारे बीच नहीं पर IPL को मिले उसके 36वें वेन्यू के जरिए उनका नाम हमेशा ही गूंजता रहेगा. हम बात कर रहे हैं भारत के टेस्ट क्रिकेटर यादविंद्र सिंह की, जिनके नाम पर मुल्लनपुर में क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण कराया गया, जो कि IPL 2024 में पंजाब किंग्स का होमग्राउंड है. मोहाली के पास मुल्लनपुर में महाराजा यादविंद्र सिंह क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण की घोषणा पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने साल 2010 में की थी. 41.95 एकड़ में बनकर तैयार हुआ ये स्टेडियम 230 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है. इस स्टेडियम की स्क्वॉयर लेग बाउंड्री 74 यार्ड की है जबकि लॉन्ग ऑन बाउंड्री 81 यार्ड की.
भारत के लिए 1934 में खेला एक टेस्ट
यादविंद्र सिंह ने भारत के लिए इकलौता टेस्ट साल 1934 में इंग्लैंड के खिलाफ मद्रास में खेला था. इस टेस्ट की दोनों पारियों में उन्होंने 24 और 60 रन बनाए थे. युवराज ऑफ पटियाला से 1938 में महाराजा ऑफ पटियाला बने यादविंद्र सिंह ने भारत के लिए भले ही एक ही टेस्ट खेला हो. लेकिन, रणजी क्रिकेट में उनका खेलना आगे भी जारी रहा.
यादविंद्र सिंह ने 52 फर्स्ट क्लास मैच खेले
यादविंद्र सिंह ने 52 फर्स्ट क्लास मैचों में 20.88 की औसत से 1629 रन बनाए, जिसमें7 शतक शामिल रहे. इनमें से भी उन्होंने रणजी ट्रॉफी में 31.24 की औसत से 781 रन बनाए. इसके अलावा उन्होंने रणजी क्रिेकेट में 30 विकेट भी लिए थे.
45 साल में खेला आखिरी मैच, देश के राजदूत भी रहे
यादविंद्र सिंह ने अपना आखिरी फर्स्ट क्लास मैच 45 साल की उम्र में खेला, जिसमें उन्होंने 23 रन बनाए थे. इसके अलावा इस मैच में उन्होंने पंकज रॉय, नारी कॉन्ट्रेक्टर, चंद्रशेखर गडकरी जैसे खिलाड़ियों के विकेट भी चटकाए थे. 1965 से 1966 के बीच यादविंद्र सिंह इटली में भारत के राजदूत भी रहे. इसके बाद वो 1971 में नेदरलैंड्स में भारत के राजदूत रहे. यादविंद्र सिंह क्रिकेट खेलने और राजनीतिज्ञ की भूमिका निभाने के बीच BCCI के प्रेसीडेंट पद पर भी रहे.