बिलासपुर। मानसून के पूरी तरह से सक्रिय होने के बाद लगातार बारिश हो रही है, इसके बाद भी उमस कम नहीं हो रहा है। इससे आने वाले दिनों में मौसमी बीमारियों के वायरस एक बार फिर सक्रिय होने वाले हैं। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने मौसमी बीमारियों से बचने के लिए गाइडलाइन जारी किया है।
साथ ही शहरवासियों को सलाह दी है कि वे इस मौसम में अपना विशेष ध्यान रखें, क्योंकि बारिश थमने के बाद उमस के साथ गर्मी भी बढ़ेगी, जो मौसमी बीमारियों के वायरस के लिए प्रतिकुल समय रहता है। ऐसे में लापरवाही करने वाले लोग मौसमी बीमारी के चपेट में आएंगे। ऐसे में बीमारियों को लेकर आने वाले दिन बेहद संवेदनशील रहेगा। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों का भी विशेष ख्याल रखने की सलाह दी है।
इन दिनों मौसम का हाल ऐसा है कि लगातार बारिश होने के कारण गर्मी के बजाय हल्की ठंड का अहसास हो रहा है। साथ ही उमस भी परेशान कर रहा है। जबकि लोग मौसम के साथ तालमेल बैठा नहीं पाए हैं। ऐसे में एक ही दिन में सर्द व गर्म का अहसास हो रहा है। ऐसे जो बीमार चल रहे हैं, उनके लिए यह मौसम लापरवाही बरतने की दशा में बेहद खतरनाक साबित हो सकता हैं। क्योंकि इस तरह का मौसम कमजोर लोगों पर हमला कर उन्हें और भी बीमार बना देता है।
खासकर सर्दी-खांसी और बुखार के साथ बदन दर्द हालत खराब कर देता है। सिम्स के वरिष्ठ मेडिसीन विशेषज्ञ डा. पंकज टेम्भूर्णिकर का कहना है कि बीमार लोगों को ऐसे मौसम में लापरवाही नहीं बरतना चाहिए। इस मौसम में इनका विशेष ख्याल रखना जरूरी है। इसी तरह बच्चों को भी विशेष देखभाल में रखना जरूरी है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से ये भी बीमार पड़ सकते हैं। इसलिए अपना ध्यान रखते हुए इस मौसम का सामना करें।
ऐसे बरते सावधानी
– वर्षा के पानी में बिलकुल भी भींगे।
– बच्चों व बुजुर्ग को घर से बाहर न जाने दें।
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– गर्म भोजन का सेवन करें।
– गर्म कपडे पहनें।
– बीमार होने की हालत में तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।
– तेल, मसालेदार भोजन का सेवन न करें।
– शरीर में पानी की मात्रा बनाकर रखें।
– भीगने की दशा में गीले कपड़े न पहनें।
– किसी भी प्रकार की शारीरिक समस्या हो तो तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें।
किसी भी प्रकार की बीमारी तत्काल करें संपर्क
सीएमएचओ डा़ प्रभात श्रीवास्तव का कहना है कि मलेरिया, डायरिया को लेकर स्वास्थ्य अमला अलर्ट मोड में चल रहा है। वही अब मौसमी बीमारियों को नियंत्रित करने की दिशा में भी काम किया जा रहा है। बीमार पड़ने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें। अस्पतालों में सभी प्रकार की बीमारियों के इलाज के लिए दवा व सभी जरूरी साधन उपलब्ध हैं।