रमजान में भी क्या फिलिस्तीन पर बम बरसाएगा इजराइल
अमेरिका:- गाजा जंग को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ा बयान दिया है. बाइडेन ने बताया कि इजराइल पवित्र महीने रमजान के दौरान जंग रोकने के लिए राजी हो गया है. बाइडेन के बयान के मुताबिक इजराइल और हमास के बीच सीजफायर को लेकर कुछ शर्तों पर सहमति बन गई है. अमेरिका के NNC चैनल के एक शो में बोलते हुए बाइडेन ने कहा, “NSA ने बताया है कि दोनों पक्ष सीजफायर के बेहद करीब हैं.” रमजान का महीना 10 मार्च से शुरू होने वाला है, शांति वार्ता का हिस्सा सभी देशों ने इजराइल से रमजान के दौरान गाजा पर हमले न करने की अपील की थी.
बिडेन ने NBC के शो ‘लेट नाइट विद सेठ मेयर्स’ में कहा, “रमजान आ रहा है, और इजराइली सरकार द्वारा एक समझौता किया गया है कि वे रमजान में अपने ऑपरेशन रोक देंगे, साथ ही इस युद्धविराम के बीच हमें सभी बंधकों को रिहा कराने का मौका मिलेगा.” उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि मरने वाले फिलिस्तीनियों की बढ़ती संख्या से इजराइल को मिल रहा अंतरराष्ट्रीय समर्थन खो सकता है. बाइडेन ने आगे कहा कि इजराइल ने राफा में हमले करने से पहले राफा से फिलिस्तीनियों को निकालने के लिए प्रयास किए थे. इजराइल का दावा है कि हमास के राफा युनिट के अलावा उसने पूरे गाजा में हमास को लगभग खत्म कर दिया है.
“अगले सोमवार तक हो जाएगा युद्धविराम”
बाइडेन ने ‘लेट नाइट विद सेठ मेयर्स’ में कहा कि उन्हें उम्मीद है आने वाली 4 मार्च तक सीजफायर पर समझोता हो जाएगा. आपको बता दें 23 फरवरी को फ्रांस में अमेरिका, इजराइल, मिस्र, और कतर के अधिकारियों के बीच युद्धविराम को लेकर बैठक हुई थी. जिसके बाद ये फैसला आया है. खबरों के मुताबिक युद्धविराम का पहला चरण 6 हफ्तों का हो सकता है. पहले चरण में हमास महिलाओं और बच्चों को रिहा करेगा साथ ही इजराइल की जेलों में बंद फिलिस्तीनी भी रिहा किए जाएंगे.
40 के बदले 400 फिलिस्तीनियों की होगी रिहाई
सीजफायर को लेकर तैयार मसौदे में तय हुआ है हमास के 40 बंधक छोड़ने के बदले 400 फिलिस्तीनी कैदी रिहा किए जाएंगे. जिसमें महिलाएं, 19 साल से कम उम्र के बच्चे और 50 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग कैदी होंगे. 7 अक्टूबर को हमास के हमले में 1,200 लोगों की जान गई थी और 253 लोगों को हमास ने बंधक बना लिया था. गाजा हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक इजराइल के जवाबी हमले में अब तक 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.