आम जनता से किए हर वायदे पूरे करेंगे : मुख्यमंत्री साय
मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज बलौदाबाजार राज के छठवें वार्षिक अधिवेशन में हुए शामिल
रायपुर। मुख्यमंत्री साय आज बलौदाबाजार जिले के सेम्हराडीह में आयोजित छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज बलौदाबाजार राज के छठवें वार्षिक अधिवेशन में शामिल हुए। महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस कार्यक्रम के मुख्य आतिथ्य थे। छत्तीसगढ़ के खेल एवं युवा कल्याण और राजस्व आपदा प्रबंधन मंत्री टंक राम वर्मा और विधायक व्यास कश्यप भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम की शुरूआत में समाज के महान विभूतियों को उनके तेल चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर नमन किया। मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम में नागरिकों की मांग पर सेम्हराडीह में उपस्वास्थ केंद्र की मंजूरी की घोषणा की। उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर एक छात्र दीपक वर्मा को शिक्षा के लिए 25 हजार रूपये की आर्थिक मदद की मंजूरी की भी घोषणा की। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने ”परिणय पुष्प और ”अरपा छत्तीसगढ़ शीर्षक से प्रकाशित पुस्तिका का विमोचन किया। इस मौके पर दो आदर्श विवाह संपन्न हुए, अतिथियों ने नवविवाहित दम्पत्तियों को खुशहाल जीवन के लिए शुभकामनाएं और आशीर्वाद प्रदान किया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के कुर्मी समाज की पहचान एक राष्ट्रभक्त और मेहनतकश समाज के रूप में है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में इस समाज के महापुरूषों ने भी अपनी भागीदारी निभाई। मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी पर भरोसा करने के लिए आम जनता के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम पांच वर्षों में आम जनता से किए हर वायदे को पूरे करेंगे। शपथ ग्रहण के दूसरे दिन ही कैबिनेट की बैठक में हमने 18 लाख परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभान्वित करने का निर्णय लेकर मोदी जी की गारंटियों को पूरा करने की शुरूआत कर दी है। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिन 25 दिसम्बर को सुशासन दिवस के अवसर पर राज्य के 12 लाख से अधिक किसानों के बैंक खातों में दो साल के बकाया धान बोनस की राशि 3716 करोड़ रूपए का अंतरण कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी के अनुसार विवाहित महिलाओं को महतारी वंदन योजना के अंतर्गत सालाना 12 हजार रूपए की सहायता दी जाएगी।
महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाज के विकास के लिए महिलाओं की शिक्षा महत्वपूर्ण होती है। पहले महिलाएं घर के कामकाज तक सीमित रहती थी, सामाजिक गतिविधियों में केवल पुरुषों का ही योगदान रहता था, लेकिन संवैधानिक प्रावधान के तहत उन्हें आरक्षण का भी लाभ मिल रहा है और महत्वपूर्ण स्थानों पर भी महिलाएं अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही हैं। राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, समाज के पदाधिकारी चोवा राम वर्मा, धर्मेंद्र सरसिहा ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। कार्यक्रम में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि, समाज के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे।
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