न्यूज़ीलैंड में युवाओं पर वेपिंग का बुरा असर, सरकार ने लगाई ऐसे उत्पादों पर रोक
न्यूज़ीलैंड :- न्यूज़ीलैंड (New Zealand) में युवाओं में वेपिंग (इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट से कश खींचना) की वजह से बुरा असर पड़ रहा है। युवाओं में ऐसा वेपिंग में तेज़ी से इजाफा भी हो रहा है। ऐसे में इस वजह से हो रहे दुष्प्रभाव को देखते हुए देश की सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। न्यूज़ीलैंड की सरकार ने ऐसे उत्पाद बनाने और बेचने पर रोक लगा दी है। इतना ही नहीं, सरकार ने युवाओं और किशोरों को सिगरेट या वेप्स बेचने पर दंड स्वरूप दिये जाने वाले जुर्माने को भी बढ़ा दिया है।
बेहतर प्रवर्तन प्रणाली पर सहमत हुई सरकार
न्यूज़ीलैंड के स्वास्थ्य मंत्री शेन रेटी (Shane Reti) की सहायक केसी कॉस्टेलो (Casey Costello ) ने बुधवार को बताया कि सरकार, डिस्पोज़ेबल वेप्स पर पूरी तरह से बैन लगाने, 18 साल से कम उम्र के लोगों को बिक्री के लिए जुर्माने में इजाफा करने, खुदरा विक्रेताओं पर और प्रतिबंध लगाने के साथ ही वेप खुदरा विक्रेताओं के नियमों का पालन करना सुनिश्चित करने के लिए एक बेहतर प्रवर्तन प्रणाली पर सहमत हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि सस्ते, डिस्पोज़ेबल वेपिंग उत्पादों पर पूरी तरह से बैन लगाया जाएगा।
अधिनियम में होगा संशोधन
कॉस्टेलो के अनुसार सरकार द्वारा किए गए बदलावों के बाद भी बहुत से किशोर डिस्पोज़ेबल वेप्स का इस्तेमाल करना जारी रखते हैं क्योंकि वो सस्ते होते हैं और उन्हें खरीदना बहुत आसान होता है। ऐसे में बैन को वैध बनाने के लिए धूम्रपान मुक्त वातावरण और विनियमित उत्पाद अधिनियम में संशोधन किया जाएगा।
वेपिंग का ही चिंता का विषय
कॉस्टेलो ने यह भी कहा कि वेपिंग की वजह से न्यूज़ीलैंड में धूम्रपान के स्तर में काफी गिरावट आई है, लेकिन वेपिंग का तेज़ी से बढ़ना देश में माता-पिता, शिक्षकों और स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए एक चिंता का विषय है। कॉस्टेलो ने यह भी कहा कि सरकार विशेषज्ञ वेप खुदरा विक्रेताओं पर आगे और भी ज़रूरी नियम लागू करेगी। इन नियमों में स्टोरफ्रंट डिस्प्ले और स्टाफिंग ज़रूरतों पर सख्त प्रतिबंध, वेपिंग के आसपास लाइसेंसिंग और अनुपालन व्यवस्था की समीक्षा शामिल हैं। इसके साथ ही गुरुवार, 21 मार्च को पैकेजिंग पर कार्टून या खिलौनों की तस्वीरों वाले वेपिंग उत्पादों पर बैन और स्वाद के नामों को सामान्य विवरण तक सीमित करना जैसे नियम भी लागू हो सकते हैं।
रीयूज़ेबल वेप्स पर नहीं लगेगा बैन
कॉस्टेलो ने आगे कहा कि रीयूज़ेबल वेप्स पर बैन नहीं लगेगा, क्योंकि ये धूम्रपान खत्म करने का एक अहम जरिया है और ऐसे में यह उपलब्ध रहेगा। न्यूज़ीलैंड सरकार का लक्ष्य 2025 तक प्रतिदिन 5% से कम आबादी को धूम्रपान मुक्त करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए धूम्रपान की दरों को कम करना है।