किसान और राइस मिलर्स हमारी अर्थव्यवस्था के दो पहिए : साय
छत्तीसगढ़ राईस मिलर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज शनिवार को प्रदेश राईस मिलर्स एसोसिएशन द्वारा राजधानी रायपुर स्थित एक निजी होटल में आयोजित अभिनंदन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय का समारोह में मिलर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने ड्रायफ्रूट की माला, साफा और गजमाला पहनाकर अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने अभिनंदन समारोह के आयोजन के लिए मिलर्स एसोसिएशन को धन्यवाद देते हुए नववर्ष की अग्रिम बधाई दी।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि धान की फसल हमारे छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था का आधार है। किसान और राइस मिलर्स हमारी अर्थव्यवस्था को दो पहिए हैं। हमारी अर्थव्यवस्था की मजबूती और गतिशीलता के लिए दोनों पहियों की मजबूती और गतिशीलता बहुत जरूरी है। यह जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ सरकार की है। हम मिल-जुलकर प्रदेश के चावल उद्योग को नयी ऊंचाइयों पर स्थापित करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हम सबके लिए बहुत खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ में धान का उत्पादन लगातार बढ़ा है। इससे चावल उद्योग के क्षेत्र में नयी संभावनाओं का जन्म हो रहा है। आज छत्तीसगढ़ की प्रतिष्ठा चावल के महत्वपूर्ण निर्यातक राज्य के रूप में स्थापित हो चुकी है। अभी छत्तीसगढ़ में परिवहन के क्षेत्र में बहुत कुछ करना शेष है। अन्य राज्यों से हमारी कनेक्टिविटी बढ़े, रेल नेटवर्क और मजबूत हो, साथ ही एयर कनेक्टिविटी भी मजबूत होनी चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी अध्यक्षता में हुई मध्य क्षेत्रीय परिषद् की 23 वीं बैठक में छत्तीसगढ़ में कार्गाे हब बनाने की स्वीकृति दी जा चुकी है। इसके निर्माण से प्रदेश में व्यापार-व्यवसाय फलेगा-फूलेगा। कल ही राज्य के मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा हुआ है। परिवहन विभाग की जिम्मेदारी मेरे पास है। परिवहन के विकास के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में हम नये आयाम स्थापित करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ सरकार की कृषि हितैषी योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुरूप इस साल राज्य के किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी हो रही है। प्रति एकड़ धान खरीदी की यह मात्रा बीते खरीफ की तुलना में लगभग 6 क्विंटल ज्यादा है। धान खरीदी का अनुमानित लक्ष्य 130 लाख मेट्रिक टन है, लेकिन इससे कहीं ज्यादा खरीदी होने की उम्मीद है। उन्होंने मिलर्स एसोसिएशन के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि यह मिलर्स और प्रशासन दोनों की जिम्मेदारी है कि कस्टम मिलिंग का काम बहुत तेजी से किया जाए, ताकि छत्तीसगढ़ के कोटे का चावल सेंट्रल पूल में तेजी से जमा कराया जा सके। मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य के सभी मिलर्स से पूरी क्षमता से और तेजी से मिलिंग करने की अपील की।
स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की भूमि और भगवान श्री राम का ननिहाल है। छत्तीसगढ़ से भांचा राम के लिए सुगंधित चांवल भेजा जा रहा है। श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में राईस मील बड़ा व्यवसाय है। कृषि की प्रगति में भी राईस मिलर्स का बड़ा सहयोग है। सांसद सुनील सोनी एवं खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री दयाल दास बघेल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
समारोह में सांसद सुनील सोनी, स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, विधायक संपत अग्रवाल एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश राईस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल सहित सभी पदाधिकारीगण भी मौजूद रहे।
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