रायपुर । प्रदेश के बस्तर रायपुर और दुर्ग संभाग के जिलों में पिछले एक पखवाड़े से निरंतर हो रही झमाझम बारिश से नदी और नाले उफान पर हैं, इसके चलते कई जिलों में जनजीवन पर व्यापक असर हुआ है। वहीं बस्तर संभाग के कांकेर ,नगरी सिहावा से होकर बहने वाली महानदी उफान पर है। वहीं घर से कॉलेज और स्कूल के लिए निकले विद्यार्थी नगरी इलाके में फंस गए हैं।
हालांकि शासन की ओर से राहत और बचाव के प्रयास आरंभ किए गए हैं, लेकिन नदी का बहुत तेज बहाव होने के कारण स्कूली बच्चों और लोगों को उनके गंतव्य तक नहीं पहुंचाया जा सका है। फिलहाल अस्थाई राहत केंद्र में बच्चों को व्यवस्था दी गई है, जबकि लोग तेज बारिश परेशानी में है। क्योंकि खेत में अत्यधिक बारिश होने के कारण पानी भर गया है और कृषि संबंधी कार्य नहीं हो पा रहे हैं, जबकि कई इलाकों में घरों तक पानी पहुंचाने की शिकायत मिल रही है। सड़क पर पानी भरा हुआ है इसलिए खान-पान के वस्तुओं की सप्लाई में भी फर्क पड़ा है।
रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण राजधानी रायपुर में भी जनजीवन प्रभावित हो रहा है। दैनिक रोजमर्रा के कार्यों के लिए आने वाले श्रमिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं फुटकर व्यवसाय भी परेशान है। रायपुर शहर के कई इलाकों में पानी भरने की भी अब शिकायतें सामने आने लगी हैं। मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर ने जारी एक सूचना में कहा है कि मौसम आने वाले चार-पांच दिन तक बारिश वाला बना रहेगा, कहीं-कहीं पर तेज और कहीं-कहीं पर हल्की बारिश होने के आसार हैं।
बता दे की 22 जुलाई से सावन का महीना प्रारंभ होने जा रहा है अमूमन सावन में जोरदार बारिश होती है जिसकी शुरुआत हो गई है और प्रदेश के कई स्थानों में अच्छी बारिश हो रही है। 10 से 15 जुलाई के बीच उमस और बेचैनी भरे वातावरण से जूझ रहे लोगों को फिलहाल कुछ राहत के आसार हैं, लेकिन रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण आम लोग मौसमी बीमारी के भी प्रभाव में आते जा रहे हैं।
राजधानी सहित प्रदेश के कई जिलों में मौसमी बीमारियां, डायरिया, हैजा और मलेरिया फैलने की सूचना सामने आ रही है। पोटाकेबिन में मलेरिया से तीन स्कूली बच्चों की मौत हो चुकी है और काफी लोग प्रभावित हैं, हालांकि स्वास्थ्य मंत्री छत्तीसगढ़ शासन श्यामबिहारी जायसवाल ने जाकर हालात का जायजा लिया है।
उनका कहना है कि हालत सुधार की तरफ है और तेजी से राहत और बचाव के कार्य शुरू कर दिए गए हैं संक्रमण रोकने के पूरे प्रयास चल रहे हैं। जिला प्रशासन ने भी युद्ध स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए हैं, किंतु राजधानी के अस्पतालों में वायरल फीवर और अन्य तरह के संक्रमित रोगों के मरीजों की पहुंचने का सिलसिला बना हुआ है, जबकि बारिश को लेकर के शासनन लगातार सूचना जारी कर आम लोगों से अपील की जा रही है कि बारिश के दिनों में संक्रामक बीमारियों से बचने के उपाय पर विशेष ध्यान दिया जाए।