बिलासपुर। चाचा के कम पढ़े-लिखे होने का फायदा उठाकर भतीजे ने बैंक में लिमिट बढ़वाकर लोन ले लिया, साथ ही संस्थान के रुपयों में भी हेराफेरी की। तीन करोड़ की गफलत के बाद व्यापारी को इसकी जानकारी हुई। व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया। जांच के बाद पुलिस ने एक आरोपित भतीजे को गिरफ्तार किया है। वहीं, उसका पिता फरार है।
सिविल लाइन सीएसपी उमेश गुप्ता ने बताया कि सिंधी कालोनी में रहने वाले परसराम बजाज (52) व्यवसायी हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि अपने छोटे भाई रमेश कुमार बजाज के साथ मिलकर 2012 में नयन फैशन और 2019 में बजाज इंटरप्राइजेस के नाम से संस्थान खोला। इसमें नयन फैशन की देखरेख उनका भाई रमेश और भतीजा नवीन करते थे। नवीन पढ़ा-लिखा था, इसके कारण उन्होंने दोनों संस्थान के बैंक संबंधित काम उसे सौंप दिया।
इसका फायदा उठाते हुए नवीन ने फर्जी हस्ताक्षर से बैंक में लिमिट बढ़वा लिया, साथ ही अलग-अलग बैंक से व्यापार के लिए लोन भी ले लिए। तीन करोड़ की गफलत करने के बाद भी परसराम को जानकारी नहीं हुई, बाद में इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने अपने भाई से पूछताछ की। इसमें पिता-पुत्र ने रुपये लौटा देने की बात कही। बाद में दोनों ने लिखित इकरारनामा भी किया। इसके बाद भी पिता-पुत्र रुपये लौटाने टालमटोल करते रहे।
पीड़ित व्यवसायी ने घटना की शिकायत सिविल लाइन थाने में की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया। इस बीच आरोपित फरार हो गए। पुलिस ने आरोपित नवीन बजाज(29) को ओडिशा के झारसुगुड़ा के बाधेमुंडा से गिरफ्तार किया है। वहीं, उसका पिता रमेश कुमार बजाज फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।