विदेश

दुश्मन उकसाएगा तो उस पर परमाणु बम गिरा देंगे, सनकी तानाशाह किम जोंग उन ने धमकाया…

दुनिया इस वक्त दो महायुद्ध देख रही है। करीब दो साल से यूक्रेन और रूस की जंग चल रही है।

दूसरी ओर इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच भी कत्लेआम दुनिया के लिए चिंता का कारण है। इस बीच उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग की धमकी ने दुनिया को डरा दिया है।

राज्य मीडिया ने किम के हवाले से कहा कि अगर कोई दुश्मन उन्हें परमाणु बम से उकसाता है तो हम परमाणु हमला करने से नहीं हिचकिचाएंगे।

दरअसल, अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ में परमाणु योजना पर काम करने से किम जोंग उन भड़के हुए हैं। किम की चेतावनी से अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने चिंता जताई है।

केसीएनए समाचार एजेंसी ने कहा कि उनके तानाशाह किम जोंग उन ने यह टिप्पणी तब की जब वह अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) के हालिया प्रक्षेपण अभ्यास पर सैनिकों से मुलाकात कर रहे थे।

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने नाम न लेते हुए अमेरिका और दक्षिण कोरिया पर निशाना साधा है। दरअसल, उत्तर कोरिया पिछले कुछ महीनों से अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच सैन्य अभ्यासों से परेशान है।

उसे लगता है कि इससे उसकी संप्रभुता को खतरा है। उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा, “उन्होंने (किम जोंग उन) कहा कि इस बार उनकी दृढ़ सैन्य गतिविधि आक्रामक जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह से तैयार है। अब कोई दुश्मन हमे उकसाता है तो हम परमाणु हमले में जरा भी संकोच नहीं करेंगे।” 

अमेरिका से दुश्मनी के बीच परमाणु परीक्षण
उत्तर कोरिया ने मंगलवार को कहा कि उसने बढ़ती अमेरिकी शत्रुता को देखते हुए अपने परमाणु हथियार विकसित किए हैं। इसी क्रम में उसने सोमवार को अपने नवीनतम आईसीबीएम का परीक्षण किया।

जिसकी संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों ने निंदा की है। केसीएनए की रिपोर्ट के अनुसार, किम ने कहा कि सोमवार को किया प्रक्षेपण पूरी तरह से सफल रहा।

इस परीक्षण ने सेना की ताकत और तेजी से हमला करने की क्षमता को प्रदर्शित किया है। इस परीक्षण में हमने अपनी युद्धक क्षमता को और मजबूत करने के प्रयासों का आह्वान किया है।

किम की बहन ने भी हड़काया
एक अलग बयान में, तानाशाह किम की बहन किम यो जोंग ने आईसीबीएम लॉन्च पर बैठक आयोजित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की निंदा की।

कहा कि यह हमारे देश की आत्मरक्षा के लिए किया गया अभ्यास था। उन्होंने कहा, “यूएनएससी को अमेरिका और कोरिया गणराज्य (दक्षिण कोरिया) के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार और कृत्य पर गौर करनी चाहिए। जिन्होंने पूरे साल सभी प्रकार की सैन्य गतिविधियों के साथ उत्तर कोरिया को उकसाया है।”

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