Rahul Dravid: आज राहुल द्रविड़ मना रहें अपना 51वां जन्मदिन, जानिए क्रिकेटर के जीवन से जुड़ी खास बाते
नई दिल्ली। आज गुरुवार 11 जनवरी महान भारतीय बल्लेबाज और पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ का जन्मदिन है। उन्होंने अपने दम पर टीम इंडिया को कई मैच जिताए हैं। वह अपने शांत स्वभाव के लिए मशहूर हैं। उनके फैंस उन्हें ‘द वॉल’ और ‘मिस्टर भरोसेमंद’ के नाम से जानते हैं।
मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था राहुल द्रविड़ का जन्म
भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का जन्म गुरुवार, 1973 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। आज वह पूरे 51 साल के हो गए हैं। उनके पिता एक वैज्ञानिक और माँ एक कॉलेज लेक्चरर थी। द्रविड़ ने 17 साल की उम्र में कर्नाटक के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना शुरू किया। कुछ ही दिनों में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया।
क्रिकेटर को क्यों कहा जाता था दीवार
राहुल द्रविड़ बड़ी शांति और धैर्य के साथ खेलते थे। उनकी बल्लेबाजी महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी से बिल्कुल अलग थी। एक बार जब द्रविड़ क्रीज पर जम गए तो उन्हें आउट करना बहुत मुश्किल माना जाता है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ ने कहा कि पहले 15 मिनट में द्रविड़ को आउट करने की कोशिश करो। अगर ऐसा नहीं हुआ तो बाकी 10 खिलाड़ियों को आउट करो। द्रविड़ का डर दुनिया में हर जगह फेमस थी। विकेट पर टिके रहने की उनकी कला के कारण ही उन्हें भारतीय क्रिकेट की दीवार कहा जाने लगा।
सचिन को दोहरा शतक बनाने का मौका नहीं दिया
साल 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मुल्तान टेस्ट मैच में वीरेंद्र सहवाग के तिहरा शतक जमाने के बाद ही कप्तान राहुल द्रविड़ ने पारी घोषित कर सभी को चौंका दिया था. उस समय सचिन तेंदुलकर 194 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे और उन्हें अपना दोहरा शतक बनाने के लिए केवल 6 रन की जरूरत थी. वीरेंद्र सहवाग के तिहरे शतक के कुछ देर बार ही राहुल द्रविड़ ने भारत की पहली पारी 5 विकेट पर 675 रनों के स्कोर पर घोषित कर दी थी. यह देख सचिन तेंदुलकर भी हैरान रह गए थे. हालांकि भारत ने यह मैच पारी और 52 रनों से अपने नाम कर लिया था. मैच में सहवाग ने 309 रन की पारी खेली थी. मैच के बाद राहुल द्रविड़ की खूब आलोचना हुई थी.
लगाए थे शानदार शतक
राहुल द्रविड़ ने साल 1996 में टीम इंडिया के लिए टेस्ट डेब्यू किया था। सौरव गांगुली ने भी इसी मैच में डेब्यू किया था। अपने डेब्यू टेस्ट मैच में शतक लगाया। वहीं, गांगुली 95 रन बनाकर आउट हो गई। उनकी क्लासिक बल्लेबाजी का हर कोई दीवाना था।
जब द्रविड़ को आया गुस्सा
साल 2006 में जब इंग्लैंड टीम का टेस्ट मैच भारत में हुआ था। टैब टीम इंडिया की कप्तानी द्रविड़ के हाथ में था। मुंबई टेस्ट में टीम इंडिया हार गई थी, जिससे नाराज होकर गुस्सा होकर द्रविड़ ने ड्रेसिंग रूम में कुर्सी उठाकर फेंक दिया था। इंग्लैंड ने सीरीज 1-1 से बराबर कर लिया था।
शोएब अख्तर से हुआ झगड़ा
राहुल द्रविड़ अपने 16 साल के लंबे क्रिकेट करियर में कभी अपना आप खोते हुए नजर नहीं आए, लेकिन वह चैंपियंस ट्रॉफी साल 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ हुए मैच में अपना आप खो बैठे थे. दरअसल, राहुल द्रविड़ जब रन ले रहे थे, तो वह शोएब अख्तर से टकरा गए थे. टकराने के बाद अख्तर उन्हें कुछ बोलने लगे थे. ऐसे में द्रविड़ ने अपना गुस्सा दिखाया और शोएब अख्तर से बहसबाजी की. इसके बाद अंपायर और बाकि खिलाड़ियों ने मामले को शांत कराया था. इस मैच में भारतीय टीम को 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. भारत से मिले 201 रन के लक्ष्य को पाकिस्तान ने 7 विकेट खोकर 49.2 ओवर में हासिल कर लिया था.
द्रविड़ के नाम ये रिकॉर्ड
राहुल द्रविड़ ने टीम इंडिया के लिए 164 टेस्ट मैचों में 13288 रन बनाए हैं, जिसमें 36 शतक और 63 शतक शामिल हैं। वहीं, उन्होंने 344 वनडे मैचों में 10889 रन बनाए हैं, जिसमें उन्होंने 12 शतक लगाए हैं। उन्होंने भारत के लिए 1 टी20 मैच भी खेला है।