नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस परेड के लिए झांकियों के चयन में भेदभाव किए जाने को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के आरोप को रक्षा मंत्रालय ने रविवार को खारिज कर दिया । रक्षा मंत्रालय साफ तौर पर कहा कि राज्य का प्रस्ताव ग्रेड बनाने में विफल रहा। एमओडी द्वारा रविवार को जारी बयान में कहा गया, “विशेषज्ञ समिति की पहले तीन दौर की बैठक में पंजाब की झांकी के प्रस्ताव पर विचार किया गया। तीसरे दौर की बैठक के बाद, इस वर्ष की झांकी के व्यापक विषयों के अनुरूप नहीं होने के कारण पंजाब की झांकी को विशेषज्ञ समिति ने आगे विचार के लिए नहीं बढ़ाया।”
सरकार हर साल झांकी के लिए राज्यों और केंद्रीय विभागों से लेती है प्रस्ताव
रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए झांकी का चयन करने के लिए एक अच्छी तरह से स्थापित प्रणाली है, जिसके अनुसार रक्षा मंत्रालय सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) और केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों से झांकी के लिए प्रस्ताव आमंत्रित करता है।
आम आदमी पार्टी ने लगाया केंद्र पर आरोप
दिल्ली के मंत्री ने कहा, “कोई नहीं कह सकता कि यह एक डिजाइन प्रतियोगिता है। केंद्र ने हमें कुछ सुझाव दिए थे और हमने उन्हें (अपने झांकी प्रस्ताव में) शामिल किया था। अगर उन्होंने हमें कुछ और सुझाव दिए होते, तो हम उन्हें भी शामिल करते।” हमारी झांकी में स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक मॉडल की झलक होगी। यह कोई संयोग नहीं है कि पंजाब की झांकी के प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया गया है।” उन्होंने आरोप लगाया, ”केंद्र आपसे बदला लेने के लिए ऐसा कर रहा है।”
भाजपा ने आप को दिया था जवाब
बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने परेड में अपने राज्य की झांकी को शामिल नहीं करने को लेकर केंद्र पर हमला बोला था और भेदभाव का आरोप लगाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि झांकियों के लिए चुने गए 80 फीसदी राज्य बीजेपी शासित राज्य थे। इस पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पंजाब इकाई ने गुरुवार को मान पर गणतंत्र दिवस परेड में राज्य की झांकी को शामिल नहीं करने और उनके खिलाफ राज्य की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की झांकी को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया था। और अरविन्द केजरीवाल की तस्वीरें शामिल करने पर जोर देने का आरोप था।
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