जशपुर के ‘जशप्योर’ उत्पादों से हुए प्रधानमंत्री मोदी प्रभावित, स्व-सहायता समूहों की सराहना

जशपुर। छत्तीसगढ़ के रजत महोत्सव (स्थापना दिवस) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की पारंपरिक पहचान और स्थानीय नवाचारों की सराहना करते हुए जशपुर जिले के स्व-सहायता समूहों द्वारा बनाए गए ‘जशप्योर’ उत्पादों की विशेष प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन उत्पादों में न केवल गांव की मिट्टी की खुशबू है, बल्कि ये छत्तीसगढ़ की महिलाओं की मेहनत, आत्मनिर्भरता और सृजनशीलता के प्रतीक हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से महुआ लड्डू, महुआ टी, महुआ कैंडी और छिंद कांसा टोकरी जैसे उत्पादों की चर्चा की, जो स्थानीय स्व-सहायता समूहों (SHGs) की महिलाओं द्वारा तैयार किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह पहल राज्य के ग्रामीण अर्थतंत्र को सशक्त करने के साथ-साथ महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ा रही है।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने इन उत्पादों को देखकर उनकी गुणवत्ता, पैकेजिंग और बाजार की संभावनाओं की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे उत्पाद न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि देशभर में ‘मेड इन विलेज इंडिया’ ब्रांड को नई पहचान दिला सकते हैं। ‘जशप्योर’ ब्रांड जशपुर जिले के महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित है, जिसे जिला प्रशासन और ग्रामीण आजीविका मिशन की मदद से विकसित किया गया है।
इस ब्रांड के तहत महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पादों में महुआ आधारित खाद्य सामग्री, हैंडीक्राफ्ट आइटम्स और पारंपरिक उपयोग की वस्तुएं शामिल हैं। ये सभी स्थानीय संसाधनों से निर्मित और पूर्णतः जैविक हैं, जिससे इनकी बाजार में मांग बढ़ रही है। प्रधानमंत्री मोदी के इस उल्लेख से जशपुर जिले में महिला समूहों में जबरदस्त उत्साह देखा गया।
स्थानीय महिलाओं ने इसे “हमारी मेहनत की राष्ट्रीय पहचान” बताया। कई समूहों ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा उत्पादों की प्रशंसा से उन्हें आगे काम करने का मनोबल मिला है और अब वे अपने उत्पादों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और बड़े बाजारों तक ले जाने की तैयारी कर रही हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी प्रधानमंत्री के इस सराहनीय कदम के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों की महिलाएं आज आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।” उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ‘जशप्योर’ जैसे ब्रांड्स को और मजबूत करने के लिए प्रशिक्षण, विपणन और वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ‘जशप्योर’ उत्पादों का उल्लेख न केवल जशपुर बल्कि पूरा छत्तीसगढ़ के स्व-सहायता समूह आंदोलन को नई गति देगा। यह कदम ग्रामीण उद्योग, हस्तशिल्प और जैविक उत्पादों की पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में मदद करेगा। जशपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अब महिलाएं महुआ और अन्य वन उत्पादों से नई संभावनाएं तलाश रही हैं। ‘जशप्योर’ जैसे ब्रांड इस बदलाव का प्रतीक बन चुके हैं, जहां परंपरा और आधुनिकता का सुंदर संगम दिखाई देता है। प्रधानमंत्री की प्रशंसा ने इस प्रयास को एक नई ऊंचाई दे दी है, जिससे जशपुर अब “महिला नवाचार की धरती” के रूप में पहचाना जा रहा है।



